
Ratan Tata successor: भारत के दिग्गज कारोबारी रतन टाटा अपने पीछे बड़ी विरासत छोड़ गए हैं। ऐसे में सवाल उठ रहा है कि उनके जाने के बाद उनका उत्तराधिकारी कौन होगा और टाटा ट्रस्ट की कमान कौन संभालगे, जो कि अरबों डॉलर के टाटा ग्रुप की होल्डिंग कंपनी टाटा संस का संचालन करती है। टाटा ग्रुप की सभी 29 कंपनियों का कुल मार्केट कैप देखें तो 20 अगस्त, 2024 तक करीब 3800 करोड़ रुपये है।
अभी यह पता नहीं चला है कि अपनी विरासत के बारे में रतन टाटा ने क्या बंद लिफाफे में कोई इच्छा व्यक्त की है। यदि ऐसा होता है तब भी उत्तराधिकार के चुनाव में उसका ज्यादा महत्त्व नहीं होगा। दोनों ट्रस्ट ही उनके उत्तराधिकारी चुनेंगे। हालांकि, माना जा रहा है कि यदि उन्होंने कोई इच्छा जाहिर की होगी तो वह ट्रस्टियों का मार्गदर्शन कर सकती है। कुछ समय पहले साइरस मिस्त्री के साथ विवाद में रतन टाटा ने कोर्ट को बताया था कि टाटा समूह का चेयरमैन कोई गैर-टाटा भी हो सकता है। हालांकि टाटा ट्रस्ट में व्याप्त 'पारसी इकोसिस्टम' शायद ही इसे आसानी से स्वीकार करे।
रतन टाटा एक शाम मुंबई के ताज होटल में अतिथियों के साथ डिनर किया। डिनर के बाद वेटर ने रतन टाटा को बिल थमा दिया, जिसका उन्होंने पेमेंट कर दिया। मीडिया कंपनी के एक प्रेसिडेंट भौंचक्के रह गए। उन्होंने पूछ लिया कि आपके अपने होटल ने ही आपको बिल दे दिया। रतन टाटा ने कहा, फिर कॉरपोरेट में मानक कैसे स्थापित होंगे। आपको खुद उदाहरण बनकर इसे कायम करना होगा।
-रतन टाटा हवाई सफर के दौरान आम लोगों के साथ कतार में लगकर अपना सामान खुद ही उठाते थे। एक बार केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने औरंगाबाद में उनकी आवभगत में लोग लगा रखे थे। लेकिन खुद ही बैग उठाया और बोले-मेरा बैग है, मैं ही उठाउंगा।
-रतन टाटा अच्छे कपड़ों के शौकीन थे, लेकिन बाहर के कपड़े कम पहनते थे। वे कोलाबा में लोकल दर्जी से ही अपने कपड़े सिलवाते थे।
Updated on:
11 Oct 2024 12:55 pm
Published on:
11 Oct 2024 10:27 am
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