26 दिसंबर 2025,

शुक्रवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

सिद्धारमैया होंगे कर्नाटक के नए सीएम : सूत्र, सुरजेवाला ने कहा – 48-72 घंटों में होगी घोषणा

Karnataka CM Siddaramaiah सिद्धारमैया कर्नाटक के नए सीएम होंगे! कल 18 मई को सिद्धारमैया दोपहर बाद शपथ ग्रहण करेंगे। बताया जा रहा है कि, वह अकेले ही शपथ ग्रहण करेंगे। साथ ही कल कांग्रेस विधायक दल की बैठक भी होगी। बस थोड़ा इंतजार कीजिए इसकी आधिकारिक घोषणा होने ही वाली है। कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने कहाकि, अगले 48-72 घंटों में मुख्यमंत्री के नाम की घोषणा हो जाएगी। पर दूसरे तरफ कर्नाटक सीएम के नाम की घोषणा से पूर्व सिद्धारमैया के समर्थकों ने उनके आवास के बाहर जश्न मनाना शुरू कर दिया। खबर यह भी आ रही है कि डीके शिवकुमार इस प्रस्ताव पर अपनी असहमति जताई है।    

3 min read
Google source verification
siddaramaiah.jpg

सिद्धारमैया कर्नाटक के नए सीएम होंगे

कर्नाटक के नए सीएम के चुनाव पर मड़रा रहे काले बादल छंट गए हैं। बताया जा रहा है कि, सिद्धारमैया कर्नाटक के नए सीएम होंगे! उनके नाम पर सहमति बन गई है। बस थोड़ा इंतजार कीजिए इसकी आधिकारिक घोषणा होने ही वाली है। आज बुधवार को कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के आवास पर सुबह 11 बजे बैठक हुई। और इस बैठक के बाद नाम तय हो गया। सिद्धारमैया कर्नाटक के सीएम पद की शपथ कल 18 मई को ग्रहण करेंगे। उधर डीके शिवकुमार को डिप्टी सीएम का पद देने की संभावना है। आज राहुल गांधी ने सिद्धारमैया और फिर डीके शिवकुमार से वार्ता की। पर खबर यह भी आ रही है कि डीके शिवकुमार इस प्रस्ताव पर अपनी असहमति जताई है।

डीके शिवकुमार को सीएम पद देने में कई पेंच

बताया जा रहा है कि, कर्नाटक सीएम की बागडोर डीके शिवकुमार को देने में कई पेंच हैं। शिवकुमार पर दर्ज मुकादमे उनके सीएम बनने में आड़े आ रहे हैं। डीके शिवकुमार ने कहाकि, 2019 में सिद्धारमैया की वजह से कर्नाटक की सरकार गिर गई थी। साथ ही लिंगायत, सिद्धारमैया के खिलाफ हैं। कांग्रेस आलाकमान सीएम पद के दूसरे दावेदार डीके शिवकुमार को मनाने और उनकी चिंताओं का समाधान करने में लगा है। सिद्धारमैया सरकार में डीके शिवकुमार को के कद को उंचा करने के लिए कई अहम मंत्रालय दिये जा सकते हैं।

कांग्रेस को बोम्मई ने दिखाया आइना, बहुमत के बावजूद नहीं चुन पा रहे हैं सीएम

कांग्रेस में मुख्यमंत्री पद को लेकर चल रही खींचतान पर कार्यवाहक मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने बुधवार को कहा कि यह घटनाक्रम पार्टी की आंतरिक स्थिति को दर्शाता है। लोगों ने इस उम्मीद में कांग्रेस पार्टी को वोट दिया है कि सरकार बदलने से राज्य और लोगों में समृद्धि आएगी। पर वे (कांग्रेस) अभी तक सीएम पद के लिए अपने उम्मीदवार को अंतिम रूप नहीं दे रहे हैं। मैं इस मामले पर कोई टिप्पणी नहीं करना चाहता। लेकिन, यह कांग्रेस पार्टी को प्रतिबिंबित करने वाला है कि पूर्ण बहुमत के बावजूद सीएम उम्मीदवार को अंतिम रूप देने में असमर्थ। यह पार्टी की आंतरिक स्थिति को दर्शाता है।

केपीसीसी प्रमुख का दावा, सीएम के लिए सिद्दारमैया का नाम तय

कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस कमेटी (केपीसीसी) महिला विंग की अध्यक्ष पुष्पा अमरनाथ ने बुधवार को दावा किया कि मुख्यमंत्री पद के लिए सिद्दारमैया का नाम फाइनल कर लिया गया है। मीडिया से बात करते हुए पुष्पा ने कहा कि इस बात की पुष्टि हो गई है कि पद के लिए सिद्दारमैया के नाम को अंतिम रूप दे दिया गया है और कुछ ही समय में इसकी आधिकारिक घोषणा की जाएगी। उन्होंने कहा, राहुल गांधी ने सिद्दारमैया से बात की है। यह तय है कि वह मुख्यमंत्री बनेंगे। हमने सिद्दारमैया को अपनी इच्छा से अवगत करा दिया है। सिद्दारमैया भी बहुत खुश हैं। हम नहीं जानते कि शपथ ग्रहण समारोह कब होगा।

कर्नाटक सीएम की रेस में सिद्धारमैया आगे

कर्नाटक विधानसभा चुनाव के नतीजे 13 मई को आए थे। मौजूद वक्त पूर्व सीएम सिद्धारमैया और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष डीके शिवकुमार दिल्ली में हैं। चार दिन गुजर गए हैं। मंथन चल रही है। और कई दौर की बातचीत के बाद भी नाम पर आम सहमति नहीं बन पाई है। पर अब लग रहा है कि, सिद्धारमैया ही कर्नाटक के सीएम बन जाएंगे।

सीबीआई, ईडी और आईटी के निशाने पर हैं शिवकुमार

कर्नाटक कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष डीके शिवकुमार के साथ सबसे बड़ी दिक्कत यह है कि, सीबीआई, ईडी और आईटी के निशाने पर हैं। और यह कयास लगाए जा रहे हैं कि, उनके सीएम न बनने की यह ही बड़ी वजह है।

किसी और को मौका क्यों नहीं मिलना चाहिए, शिवकुमार का सवाल

कर्नाटक कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष डीके शिवकुमार ने कांग्रेस आलाकमान को सिद्धारमैया की कमियां गिनाईं। बताया जा रहा है कि, शिवकुमार ने कहाकि सिद्धारमैया का पिछला कार्यकाल अच्छा नहीं रहा था। लिंगायत समुदाय भी उनके खिलाफ है। अगर सिद्धारमैया को पहले सीएम बनाया जा चुका है, तो अब किसी और को मौका क्यों नहीं मिलना चाहिए। 2019 में गठबंधन टूटने का कारण भी सिद्धारमैया थे।