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एक और छात्र ने की आत्महत्या: हॉस्टल की छत से कूद कर आंध्र प्रदेश की नर्सिंग की छात्रा ने दी जान

आंध्र प्रदेश के चित्तूर ज़िले में 19 वर्षीय नर्सिंग की छात्रा पल्लवी ने मानसिक परेशानी के चलते हॉस्टल की चौथी मंजिल से कूदकर आत्महत्या कर ली, जिसके लिए परिवार ने कॉलेज प्रशासन को जिम्मेदार ठहराया है।

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Student Suicide

आंध्र प्रदेश की नर्सिंग की छात्रा ने की आत्महत्या (फोटो- पत्रिका ग्राफिक्स)

पूरे देश के अलग अलग राज्यों से पिछले कई दिनों में एक के बाद एक छात्रों के आत्महत्या करने की खबरें सामने आ रही हैं। इसी कड़ी में अब एक और छात्रा द्वारा हॉस्टल की छत से कूद कर जान देने की खबर सामने आई है। यह मामला आंध्र प्रदेश के चित्तूर ज़िले का है। यहां शुक्रवार सुबह नर्सिंग की दूसरे वर्ष की एक छात्रा ने अपने होस्टल की चौथी मंजिल से कूदकर आत्महत्या कर ली। मृतका की पहचान 19 वर्षीय पल्लवी के रूप में हुई है, जो कि कुप्पम के पीईएस कॉलेज में बैचलर ऑफ साइंस की पढ़ाई कर रही थी।

मानसिक परेशानी से जूझ रही थी पल्लवी

शुरुआती जांच के अनुसार, पल्लवी मानसिक परेशानी से जूझ रही थी जिसके कारण उसने यह खतरनाक कदम उठाया। पल्लवी ने गुरुवार शाम को अपने छात्रावास की चौथी मंजिल से छलांग लगा दी। इसके तुरंत बाद हॉस्टल स्टाफ और छात्र वहां इकट्ठा हो गए और पल्लवी को तुरंत अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। पल्लवी के छत से कूदने की पूरी घटना हॉस्टल में लगे सीसीटीवी कैमरा में रिकॉर्ड हो गई।

परिवार ने कॉलेज प्रशासन को जिम्मेदार ठहराया

पल्लवी के परिवार ने कॉलेज प्रशासन को अपनी बेटी की मौत के लिए जिम्मेदार ठहराया है। परिवार का कहना है कि कॉलेज की लापरवाही और देखभाल की कमी के चलते पल्लवी ने आत्महत्या की है। उन्होंने कहा कि, कॉलेज ने पल्लवी पर ठीक से ध्यान नहीं दिया और न ही उसे ज़रूरी मदद दी। पुलिस ने संदिग्ध आत्महत्या का केस दर्ज कर मामले की जांच शुरु कर दी है। जांच के बाद ही मौत के असली कारण और परिस्थितियों का पता चल पाएगा।

इसी महीने चित्तूर ज़िले के दो छात्र कर चुके है आत्महत्या का प्रयास

इस घटना के बाद कॉलेज कैंपस में दूसरे छात्रों और स्टाफ सदमे मे हैं और उनके बीच दहशत फैल गई है। पल्लवी की आत्हत्या के बाद दूसरे छात्रों के माता-पिता ने भी होस्टलों में सुरक्षा और हिफाज़त को लेकर गंभीर चिंताएं व्यक्त कीं हैं। बता दें कि, इसी महीने के पहले सप्ताह में चित्तूर ज़िले के ही श्रीनिवास इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एंड मैनेजमेंट स्टडीज (SITAMS) कॉलेज के दो इंजीनियरिंग छात्रों ने आत्महत्या करने की कोशिश की थी। इनमें से एक छात्र की मौत हो गई जबकि दूसरे की हालत गंभीर बनी हुई है। इसके अलावा पिछले हफ्ते भी श्रीकाकुलम ज़िले के एक 20 साल के इंजीनियरिंग छात्र के आत्महत्या करने की खबर सामने आई थी।

पूरे देश में सामने आए कई मामले

आंध्र प्रदेश में ही नहीं बल्कि पूरे देश में इन दिनों एक के बाद एक कई छात्र आत्महत्या के मामले सामने आ रहे हैं। आज ही महाराष्ट्र के जालना शहर में एक 13 साल की स्कूली छात्रा के अपनी स्कूल की तीसरी मंजिल से कूद कर आत्महत्या करने की खबर सामने आई है। आरोही दीपक बिडलान नामक इस बच्ची के पिता ने स्कूल टीचर्स पर उनकी बेटी को मानसिक रूप से प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है। इससे पहले मंगलवार को दिल्ली के सेंट कोलंबस स्कूल के 10वीं कक्षा के छात्र, शौर्य पाटिल के मैट्रो स्टेशन से कूद कर आत्महत्या करने का मामला सामने आया था। उसने मरने से पहले लेटर लिख कर अपने स्कूल के तीन टीचर्स और हेड मास्टर को अपनी मौत के लिए जिम्मेदार ठहराया था।