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तेजस्वी के संजय पर राजद परिवार में संग्राम, बहन के समर्थन में उतरे तेजप्रताप, रोहिणी ने प्रोटेक्ट किया अपना अकाउंट

तेजस्वी यादव के करीबी संजय यादव के खिलाफ राजद परिवार में कोहराम मचा हुआ है। अब रोहिणी के समर्थन में तेज प्रताप यादव भी कूद पड़े हैं। जानिए क्या है मामला...

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तेज प्रताप यादव ने की बड़ी भविष्यवाणी

तेज प्रताप यादव ने की बड़ी भविष्यवाणी ( Photo-ANI)

राजद (RJD) परिवार में घमासान मचा हुआ है। लालू यादव (Lalu Yadav) की बेटी रोहिणी (Rohini) ने तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) के सलाहकार और राज्यसभा सांसद पर निशाना साधा था। इसके बाद उन्होंने स्वाभिमान वाला ट्वीट किया। इससे सियासी माहौल गर्मा गया है। रोहिणी यादव के सपोर्ट में अब तेज प्रताप भी उतर गए हैं। उन्होंने तेजस्वी के करीबी संजय यादव पर निशाना साधा। वहीं, रोहिणी आचार्य ने अपना अकाउंट प्रोटेक्ट कर दिया है, यानी की अब सिर्फ उनके अपने फॉलोवर्स तक ही रोहिणी की बात पहुंच पाएगी।

रोहिणी के इस कदम के क्या हैं मायने

रोहिणी के इस कदम के दो मायने निकाले जा रहे हैं। पहली कि निजी राय को लेकर संभावित आलोचना से बचने के लिए अकाउंट प्राइवेट किया। दूसरी कि परिवार और पार्टी के नेताओं के बीच किसी भी तरह के विवाद को बढ़ने से रोकना है। गौरतलब बात है कि बिहार में अगले कुछ महीने में विधानसभा चुनाव होना है। ऐसे में पार्टी किसी भी तरह के कलह को जनता के सामने आने नहीं देना चाहती है।

कुर्सी हथियाने की फिराक में कुछ लोग

तेज प्रताप ने इशारों-इशारों में निशाना साधते हुए कहा कि कुछ लोग तेजस्वी यादव की कुर्सी हथियाने की फिराक में हैं। उन्होंने तेजस्वी के करीबी को जयचंद बताया। तेज प्रताप ने कहा जयचंद परिवार में फूट डालकर सत्ता हासिल करने की फिराक में है। रोहिणी आचार्य ने जो आवाज उठाई है, वह आत्मसम्मान की लड़ाई है, जिसे हर किसी को समझना होगा। इससे पहले रोहिणी ने कहा था कि पार्टी के भीतर कुछ लोग संगठन को नुकसान पहुंचा रहे हैं।

तेजस्वी ने नहीं दी कोई प्रतिक्रिया

रोहिणी और तेज प्रताप के बयान पर तेजस्वी ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है। दरअसल, यह पूरा विवाद तब शुरू हुआ था जब रोहिणी ने संजय यादव की एक फोटो शेयर की थी। इसमें संजय आगे की सीट पर बैठे हुए दिखाई दिए थे। इस पर रोहिणी ने ट्वीट करते हुए लिखा था कि यह सीट पार्टी के सर्वोच्च नेता की होती है। अगर कोई अपने आप को शीर्ष नेतृत्व से भी ऊपर समझ रहा है तो अलग बात है। रोहिणी की ट्वीट के बाद पार्टी के भीतर संजय यादव के विरोधियों ने मोर्चा खोल दिया।

डैमेज कंट्रोल की कोशिश

वहीं, रोहिणी के ट्वीट को जब विपक्षी दलों ने लपका तो डैमेज कंट्रोल के लिए रोहिणी आचार्य ने कुछ और तस्वीरें शेयर की। जिसमें तेजस्वी की उस बस की पहली सीट पर पार्टी के कुछ अन्य पिछड़े नेता भी बैठे नजर आए। रोहिणी ने लिखा कि वंचितों और समाज के आखिरी पायदान पर खड़े लोगों को आगे लाना ही लालू प्रसाद के सामाजिक और आर्थिक न्याय के अभियान का मकसद रहा है। इन तस्वीरों में समाज के इन्हीं तबके से आने वालों को आगे बैठे देखना सुखद अनुभूति है।

लिखा था आत्मसम्मान है सर्वोपरि

रोहिणी ने लिखा कि जो जान हथेली पर रखते हुए बड़ी से बड़ी कुर्बानी देने का जज्बा रखते हैं, बेखौफी, बेबाकी, खुद्दारी तो उनके लहू में बहती है। मैंने एक बेटी और बहन के तौर पर अपना कर्तव्य और धर्म निभाया है और आगे भी निभाती रहूंगी. मुझे किसी पद की लालसा नहीं है, न मेरी कोई राजनीतिक महत्वाकांक्षा है, मेरे लिए मेरा आत्मसम्मान सर्वोपरि है।