
अमेरीका से चीन की ओर जा रही एक उड़ान में उस समय एक हैरान करने वाली स्थिति पैदा हो गई, जब यह पता चला कि विमान को उड़ा रहा पायलट अपना पासपोर्ट घर पर ही भूल गया था। इस अनोखी घटना के कारण विमान को अपनी यात्रा बीच में ही रोककर वापस लौटना पड़ा। यह वाकया 22 मार्च, 2025 को हुआ, जब यूनाइटेड एयरलाइंस की उड़ान संख्या 198 लॉस एंजिल्स अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से दोपहर 2 बजे शंघाई के लिए रवाना हुई थी। इस बोइंग 787-9 विमान में 257 यात्री और 13 चालक दल के सदस्य सवार थे। यह उड़ान करीब 13 से 14 घंटे की लंबी यात्रा के लिए तैयार थी, लेकिन यह अपने गंतव्य तक पहुंचने से पहले ही रुक गई।
उड़ान भरने के लगभग दो घंटे बाद, जब विमान प्रशांत महासागर के ऊपर से गुजर रहा था, तब पायलट को अचानक यह एहसास हुआ कि उसका पासपोर्ट उसके साथ नहीं है। अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के लिए पायलट का पासपोर्ट होना अनिवार्य होता है, क्योंकि यह विदेशी धरती पर प्रवेश के लिए जरूरी दस्तावेज है। इस गलती के चलते पायलट ने तुरंत फैसला लिया और विमान को वापस मोड़ने का निर्णय किया। इसके बाद विमान को सैन फ्रांसिस्को अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे की ओर ले जाया गया, जो लॉस एंजिल्स से थोड़ा करीब और यूनाइटेड एयरलाइंस का एक बड़ा हब है। शाम 5 बजे के आसपास विमान ने सैन फ्रांसिस्को में सुरक्षित लैंडिंग की।
विमान के उतरने के बाद यात्रियों को बाहर निकाला गया और एयरलाइन ने नए चालक दल की व्यवस्था शुरू की। इस दौरान यात्रियों की सुविधा के लिए उन्हें फूड वाउचर दिए गए, जिनकी कीमत करीब 15 से 30 डॉलर बताई गई। साथ ही, इस असुविधा के लिए यूनाइटेड एयरलाइंस ने यात्रियों को मुआवजा भी प्रदान किया। नए चालक दल के आने के बाद उड़ान को फिर से तैयार किया गया और रात 9 बजे विमान ने सैन फ्रांसिस्को से शंघाई के लिए उड़ान भरी। यह फ्लाइट अगले दिन, 24 मार्च को स्थानीय समयानुसार सुबह 12:48 बजे शंघाई पहुंची, जो अपने निर्धारित समय से करीब छह घंटे पीछे थी।
इस घटना ने यात्रियों के बीच काफी नाराजगी पैदा की। एक यात्री ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर अपनी भड़ास निकालते हुए लिखा, "उड़ान 198 को सैन फ्रांसिस्को डायवर्ट कर दिया गया क्योंकि पायलट अपना पासपोर्ट भूल गया? अब 6 घंटे से ज्यादा समय से फंसे हैं। यह पूरी तरह से अस्वीकार्य है।" वहीं, यूनाइटेड एयरलाइंस ने अपने बयान में कहा, "22 मार्च को लॉस एंजिल्स से शंघाई जा रही उड़ान 198 को सैन फ्रांसिस्को में उतारा गया, क्योंकि पायलट के पास उसका पासपोर्ट नहीं था। हमने अपने यात्रियों को उनके गंतव्य तक पहुंचाने के लिए नए चालक दल की व्यवस्था की।"
यह घटना सिर्फ यात्रियों के लिए असुविधा का कारण नहीं बनी, बल्कि एयरलाइन को भी भारी नुकसान उठाना पड़ा। विमान को डायवर्ट करने में अतिरिक्त ईंधन, नए चालक दल की व्यवस्था और यात्रियों को दिया गया मुआवजा, ये सभी लागतें एयरलाइन पर पड़ने वाला बोझ बन गईं। इस घटना ने यह भी सवाल उठाया कि इतने महत्वपूर्ण दस्तावेज को भूलने की नौबत कैसे आई, जो एक बड़े पैमाने पर संचालित होने वाली एयरलाइन के लिए शर्मिंदगी का सबब बन गया।
Published on:
26 Mar 2025 08:28 am
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