
Toilet king of Punjab: पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने हाल ही में ‘ शिक्षा क्रांति’ योजना शुरू की है। इस योजना के तहत स्कूलों में शौचालयों की मरम्मत जैसे मामूली काम पर भी शिलापट्ट लगाए गए है। पंजाब सरकार के इस काम को लेकर अब सोशल मीडिया पर बहस छिड़ी हुई है और मीम्स की बौछार देखने को मिल रही है। सोशल मीडिया पर यूजर्स सरकार के इस फैसले की खूब हंसी उड़ा रहे हैं। लोगों ने इस प्रकार के छोटे कार्यों के लिए करदाताओं के पैसे के अविवेकपूर्ण उपयोग पर भी सवाल उठाए हैं।
स्कूलों के शौचालयों की मरम्मत के बाद इन शिलापट्टों पर मुख्यमंत्री भगवंत मान और शिक्षा मंत्री हरजोत सिंह बैंस का नाम प्रमुखता से उकेरा गया। इसके साथ ही स्थानीय विधायक का नाम उनके नीचे लिखा गया है। सोशल मीडिया पर लोग इसे करदाताओं के पैसों की बर्बादी बताते हुए आम आदमी पार्टी के नेताओं को ट्रोल कर रहे है।
इन दिनों सोशल मीडिया पर दो पट्टिकाएं वायरल हो रही है। एक बरनाला के शहीद सिपाही दलिप सिंह सरकारी सीनियर सेकेंडरी स्कूल, घुनास की है। वहीं, दूसरी फाजिल्का के सरकारी स्मार्ट स्कूल भंगू की बताई जा रही है। वायरल हो रही इन शिलापट्टों पर शौचालय मरम्मत जैसे छोटे काम के लिए भी शिलान्यास और उद्घाटन का जिक्र किया गया है।
सोशल मीडिया एक्स पर एक यूजर ने मान सरकार की इस पहल को करदाताओं के पैसे की खुली बर्बादी करार दिया है। पंजाब सरकार की आलोचना करते हुए लिखा, विश्वास नहीं होता कि शौचालय मरम्मत के लिए भी विधायक नींव रख रहे हैं। एक अन्य यूजर गुरकीरत सिंह ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए लिखा, हर बार वही मंत्री, वही काम।
हरजोत सिंह बैंस वाकई ‘टॉयलेट किंग ऑफ पंजाब’ बनने की होड़ में हैं। उन्होंने कहा है कि यह विकास नहीं, भ्रम है। वहीं एक अन्य यूजर ने सरकार की इस पहल का समर्थन करते हुए कहा कि शौचालय खासतौर पर लड़कियों के लिए बहुत जरूरी है। छोटी सी बात को मुद्दा नहीं बनाया जाना चाहिए।
Updated on:
12 Apr 2025 06:20 pm
Published on:
11 Apr 2025 05:03 pm
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