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‘Rahul Gandhi विदेश में बैठकर Reservation खत्म करने की कर रहे बात’, उपराष्ट्रपति धनखड़ ने कहा, आरक्षण संविधान की आत्मा है, इसे पढ़ें और समझें

Reservation: उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने कहा कि आरक्षण संविधान की आत्मा है। उन्होंने राहुल गांधी पर कटाक्ष करते हुए कहा कि संविधान दिखावे के लिए लहराने की चीज नहीं है।

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Reservation: उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ (Jagdeep Dhankhar, Vice President of India) ने एक कार्यक्रम में लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) पर तंज करते हुए कहा कि संवैधानिक पद पर बैठे व्यक्ति विदेशी धरती पर जाकर भारत विरोधी बयान (Anti India Statement) दे रहे हैं। इतना ही नहीं अब तो वो आरक्षण समाप्त करने की बात कर रहे हैं। इसके साथ ही धनखड़ ने सवाल उठाया कि भारत रत्न बाबा साहेब अंबेडकर को 31 मार्च 1990 को दिया गया। यह सम्मान पहले क्यों नहीं दिया गया? इस बारे में बाबा साहेब की मानसिकता से जुड़ी मंडल आयोग (Mandal Commission) की रिपोर्ट है। इस रिपोर्ट पर तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी (Indira Gandhi) और राजीव गांधी (Rajiv Gandhi) ने एक कदम नहीं उठाया।

'सनसनी फैलाने वाले लोगों से पूरी तरह परहेज करना जरूरी'

धनखड़ (Jagdeep Dhankhar) ने यह बातें मुंबई में एल्फिन्स्टन टेक्निकल हाई स्कूल और जूनियर कॉलेज में अंतरराष्ट्रीय लोकतंत्र दिवस (International Democracy Day) पर संविधान मंदिर उद्घाटन (Samvidhan Mandir) समारोह में कही। उन्होंने कहा कि हमें अपनी संस्थाओं के प्रति अत्यंत सजग रहना चाहिए। वे मजबूत हैं, वे स्वतंत्र रूप से जांच कर रही हैं। उन्होंने कहा कि सनसनी फैलाने या राजनीतिक बहस के साथ कथा का केन्द्र बिंदू बनाने के लिए यदि हम ऐसा काम करते हैं तो संबंधित लोगों से पूरी तरह से परहेज करना जरूरी हो जाता है।

Reservation पर पूर्वाग्रह का पैटर्न लौट रहा

धनखड़ ने कहा कि आरक्षण के खिलाफ जो मानसिकता थी, वह पूर्वाग्रह का पैटर्न वापस आ रहा है। संवैधानिक पद पर बैठा एक व्यक्ति विदेश में कहता है कि आरक्षण समाप्त कर देना चाहिए। धनखड़ ने कहा कि आरक्षण संविधान की आत्मा है। सभाओं में राहुल गांधी के संविधान (Constitution of India) दिखाने पर धनखड़ ने तंज करते हुए कहा कि संविधान दिखावे के लिए लहराने की चीज नहीं है। संविधान का सम्मान, पढ़ा और समझा जाना चाहिए। कितना विडंबनापूर्ण है कि कुछ विदेश यात्राओं का एकमात्र उद्देश्य इन कर्तव्यों की अनदेखी करना है। सार्वजनिक रूप से भारतीय संविधान की आत्मा को तार-तार करना रह गया है।

राजनीतिक बहस को मिल सकती है हवा

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Delhi CM Arvind Kejriwal) के मामले में सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) की सीबीआई (CBI) से 'पिजरे में बंद तोते की धारणा' तोड़ने की टिप्पणी पर उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने कहा है कि हमारी सभी प्रकार की संस्थाएं, जिनमें चुनाव आयोग, जांच एजेंसियां शामिल है। वे कठिन परिस्थितियों में कार्य करती हैं। एक अवलोकन उन्हें निराश कर सकता है। यह राजनीतिक बहस को हवा दे सकता है।

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