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नेशनल हेराल्ड केस को लेकर शिवसेना का केंद्र सरकार पर तंज – ‘क्या नेहरू को भी जारी किया जाएगा समन?’

शिवसेना ने केंद्र सरकार पर कटाक्ष किया और पूछा कि क्या पूर्व पीएम नेहरू को भी समन जारी किया जाएगा? शिवसेना के वरिष्ठ नेता संजय राउत ने 'सामना' अखबार में संपादकीय लिख मोदी सरकार पर निशाना साधा है। ED ने शुक्रवार को नेशनल हेराल्ड मामले में राहुल गांधी को नया समन जारी किया, जिसे जांच एजेंसी ने 2015 में बंद कर दिया था।

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नेशनल हेराल्ड केस को लेकर शिवसेना का केंद्र सरकार पर तंज - 'क्या नेहरू को भी जारी किया जाएगा समन?'

नेशनल हेराल्ड केस को लेकर शिवसेना का केंद्र सरकार पर तंज - 'क्या नेहरू को भी जारी किया जाएगा समन?'

प्रवर्तन निदेशालय (ED) द्वारा नेशनल हेराल्ड मामले में कांग्रेस नेताओं सोनिया गांधी और राहुल गांधी को तलब किए जाने के बाद शिवसेना ने अपने अखबार 'सामना' में केंद्र सरकार पर कटाक्ष किया और पूछा कि क्या पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू को भी समन जारी किया जाएगा। उन्होंने लिखा कि नेशनल हेराल्ड प्रकरण में ईडी ने सोनिया व राहुल गांधी को नोटिस जारी की है। सामना में लिखा गया की नेशनल हेराल्ड मामले को अब ज्यादा महत्व देने की जरूरत नहीं है।

संपादकीय में शिवसेना ने कहा, "पंडित नेहरू द्वारा शुरू किए गए नेशनल हेराल्ड का राजनीतिक महत्व बहुत पहले ही अपना महत्व खो चुका है, लेकिन इस पर राजनीति अभी भी जारी है। नेशनल हेराल्ड को स्वतंत्रता संग्राम के एक मिशन के रूप में शुरू किया गया था न कि पैसे कमाने के व्यवसाय के रूप में। यह अखबार देश के स्वतंत्रता संग्राम के लिए शुरू किया गया था और इसका मुख्य उद्देश्य अंग्रेजों को देश से बाहर निकालना था।"

सामना में लिखा गया है, "नेहरू ने इस अखबार को वर्ष 1937 में शुरू किया था। उस समय नेहरू, महात्मा गांधी और सरदार पटेल इसके मुख्य स्तंभ थे। द हेराल्ड उस समय स्वतंत्रता संग्राम के मुखर प्रवक्ता के रूप में लोकप्रिय था। इस मामले को अब ज्यादा महत्व देने की जरूरत नहीं है।" आगे लिखा गया, "हिंदुस्थान के स्वतंत्रता संग्राम में निश्चित तौर पर क्या चल रहा है, अंग्रेज क्या कर रहे हैं, इसके पीछे की सच्चाई जानना चाहते हैं तो ‘नेशनल हेराल्ड’ पढ़ें, ऐसा दुनियाभर में कहा जाता था।"

शिवसेना ने सामना में आगे लिखा, "सुब्रमण्यम स्वामी ने आरोप लगाया कि एक कंपनी, जिसका कोई व्यवसाय नहीं था। 50 लाख रुपये के बजाय 2,000 करोड़ रुपये की मालिक बन गई। मोतीलाल वोरा, ऑस्कर फर्नांडीस, सुमन दुबे और सैम पित्रोदा को भी इस कंपनी के अन्य निदेशकों में आरोपी बनाया गया था, लेकिन सोनिया और राहुल सुर्खियों में रहे। इस पूरे मामले में कहीं भी मनी लॉन्ड्रिंग नहीं हुई। लेकिन फिर भी, ईडी ने इसमें दखल नहीं दिया।"

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आगे लिखा गया कि, "नेशनल हेराल्ड मामले में लेन-देन कर्ज चुकाने के लिए किया गया था, कदाचार के लिए नहीं। इस पूरे मामले में सोनिया गांधी और राहुल गांधी को आरोपी बनाया गया है। क्या नेहरू के नाम पर भी समन जारी होंगे और उनके स्मारक पर चिपकाए जाएंगे? पंडित नेहरू को ED और CBI से नोटिस मिलने के बाद ही कुछ आत्माएं शांत होंगी।"

आपको बता दें, ED ने शुक्रवार को नेशनल हेराल्ड मामले में राहुल गांधी को नया समन जारी किया, जिसे जांच एजेंसी ने 2015 में बंद कर दिया था और कांग्रेस सांसद को 13 जून को जांच में शामिल होने के लिए कहा था। इससे पहले, केंद्रीय जांच एजेंसी ने नेता और उनकी मां और कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी को 8 जून को जांच में शामिल होने के लिए तलब किया था। ईडी के इस कदम के बाद इस साल अप्रैल में वरिष्ठ कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे और कांग्रेस के कोषाध्यक्ष पवन बंसल से पूछताछ की गई थी।

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