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Work Culture: नारायण मूर्ति के 70 घंटे काम वाले सुझाव पर सुधा मूर्ति ने दी प्रतिक्रिया, कहा- जब लोग गंभीरता…

70 Hour Work Debate: सुधा मूर्ति ने कहा कि उन्होंने अपने पूरे करियर में ओवरटाइम काम किया है और वर्तमान में अपने पति से ज़्यादा घंटे काम करती हैं। उन्होंने अपनी सफलता के पीछे नारायण मूर्ति को एक मज़बूत सहयोगी शक्ति के रूप में श्रेय दिया।

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भारत

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Ashib Khan

Mar 23, 2025

Work Culture: इंफोसिस के फाउंडर नारायण मूर्ति की ओर से सप्ताह में 70 घंटे काम की सलाह पर अब उनकी पत्नी और राज्यसभा सांसद सुधा मूर्ति ने प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने दिल्ली में आयोजित एक कार्यक्रम में कहा कि जब लोग गंभीरता और जुनून के साथ कुछ करने के लिए तत्पर रहते हैं तो कभी भी समय की सीमा नहीं होती।

नायारण मूर्ति ने 70 घंटे से ज्यादा किया काम

उन्होंने कहा कि इंफोसिस इतनी बड़ी कंपनी बनी हो तो यह अपने आप नहीं हुआ है। उनके पति ने काफी मेहनत की है। नारायण मूर्ति ने कभी-कभी हफ्ते में 70 घंटे से ज्यादा काम किया है। इस दौरान सुधा मूर्ति ने जिक्र किया कि पत्रकार और डॉक्टर जैसे व्यवसायों में काम करने वाले लोग भी 90 घंटे काम करते हैं। लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए कड़ी मेहनत और लंबे समय तक काम करना पड़ता है।

'मैं परिवार का ख्याल रखूंगी'

वहीं इस दौरान सुधा मूर्ति ने अपने निजी जीवन को लेकर भी बात की। उन्होंने कहा कि मैंने अपने पति से कहा था कि आप इंफोसिस का ख्याल रखें। मैं परिवार का ख्याल रखूंगी। सुधा मूर्ति ने कहा कि मुझे मेरे पति से कोई शिकायत नहीं है क्योंकि मुझे पता है कि वो एक बड़ा काम कर रहे हैं।

‘करियर में ओवरटाइम काम किया है’

सुधा मूर्ति ने कहा कि उन्होंने अपने पूरे करियर में ओवरटाइम काम किया है और वर्तमान में अपने पति से ज़्यादा घंटे काम करती हैं। उन्होंने अपनी सफलता के पीछे नारायण मूर्ति को एक मज़बूत सहयोगी शक्ति के रूप में श्रेय दिया।

नारायण मूर्ति ने दिया था 70 घंटे काम करने का बयान

बता दें कि नारायण मूर्ति ने 70 घंटे काम करने वाला बयान एक पॉडकास्ट में दिया था। उन्होंने यह कहकर एक नई बहस छेड़ दी थी कि भारत में लोगों के काम करने की उत्पादकता दुनिया में सबसे कम उत्पादकता वाले देशों में से एक है। उन्होंने आगे कहा था कि देश के 80 करोड़ लोगों को मुफ्त राशन मिलता है। इसका अर्थ है कि 80 करोड़ लोग गरीबी रेखा में है। ऐसे में देश के विकास के लिए हमें ही कड़ी मेहनत करनी होगी।

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