ई-श्रम पोर्टल असंगठित क्षेत्र के करीब 38 करोड़ मजदूरों को 12 अंकों का यूनिवर्सल अकाउंट नंबर (यूएएन) और ई-श्रम कार्ड जारी करेगा। जो पूरे देश में मान्य होगा। ई श्रम कार्ड देश के करोड़ों असंगठित कामगारों को एक नई पहचान देगा। यह प्रवासी श्रमिकों को ट्रैक करने में मदद करेगा। मजदूरों का डाटा व जानकारी जुटाई जाएगी। सरकार की ओर से देश के सभी श्रमिकों को पहचान पत्र और आधार कार्ड की तर्ज पर उनके काम के आधार पर श्रेणियों में बांटा जाएगा। इससे उन्हें न सिर्फ सरकारी योजनाओं का लाभ मिलेगा बल्कि रोजगार में भी मदद मिलेगी। आधार से लिंक मोबाइल नंबर न होने पर भी श्रमिक मुफ्त पंजीकरण का लाभ उठा सकते हैं। जानकारी के अनुसार वे नजदीकी सीएससी पर जाकर बायोमेट्रिक प्रमाणीकरण प्रक्रिया के माध्यम से पंजीकरण कर सकते हैं।
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2 लाख का मुफ्त दुर्घटना बीमा
-यदि कोई कर्मचारी ई-श्रम पोर्टल पर पंजीकरण करता है तो उसे 2 लाख रुपए के दुर्घटना बीमा का लाभ मिलेगा। इसमें सरकार की ओर से एक साल का प्रीमियम दिया जाएगा। यदि कोई पंजीकृत कर्मचारी किसी दुर्घटना का शिकार होता है तो उसकी मृत्यु या पूर्ण रूप से अपंग होने की स्थिति में वह 2 लाख रुपए का हकदार होगा। आंशिक रूप से विकलांगों के लिए बीमा योजना के तहत एक लाख रुपए दिए जाएंगे।
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केंद्र सरकार द्वारा ई-श्रम कार्ड का रजिस्ट्रेशन ऑनलाइन जारी किया गया है। श्रम मंत्रालय के अनुसार, निर्माण, परिधान निर्माण, मछली पकडऩे, प्लेटफॉर्म वर्क, स्ट्रीट वेंडिंग, घरेलू काम, कृषि और संबद्ध, परिवहन क्षेत्र जैसे विविध व्यवसायों में श्रमिकों ने पोर्टल पर पंजीकरण करा सकते हैं। अभी योजनाओं के लाभ दशाए नहीं गए हैं।
-छोटेलाल साहू, श्रम अधिकारी नीमच।