27 दिसंबर 2025,

शनिवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

निरीक्षण के दौरान पुलिस गार्ड से नहीं लोड हुए कार्टेज में कारतूस

निरीक्षण के दौरान पुलिस गार्ड से नहीं लोड हुए कार्टेज में कारतूस

3 min read
Google source verification
निरीक्षण के दौरान पुलिस गार्ड से नहीं लोड हुए कार्टेज में कारतूस

निरीक्षण के दौरान पुलिस गार्ड से नहीं लोड हुए कार्टेज में कारतूस

नीमच। उज्जैन संभाग के पुलिस महानिरीक्षक राकेश गुप्ता ने दो दिवसीय निरीक्षण के अंतिम दिन शनिवार को सुबह नो बजे पुलिस लाइन पहुंचकर परेड निरीक्षण किया। जिसके बाद बलवा परेड और पुलिस लाइन के आम्र्स शाखा, शस्त्रागार शाखा, स्टोर सहित बैरक को चैक किया। वहीं सीएसपी ऑफिस का भी निरीक्षण करने के बाद वह सीधे कैंट थाने के नए भवन और आवासीय कॉलोनी का भूमिपूजन करने पहुंचे। जहां पर विधायक दिलीप सिंह परिहार और कांग्रेस नेता राजकुमार अहीर की उपस्थिति में विधिवत भूमि पूजन किया। उसके बाद सैनिक दरबार लगाया और लंच बाद सीधे ग्रामीण थाना निरीक्षण को रवाना हो गए।

पुलिस महानिरीक्षक राकेश गुप्ता ने पत्रकारों से चर्चा करते हुए बताया कि यह उनका वार्षिक निरीक्षण दौरान आज अंतिम दिन सुबह परेड़ निरीक्षण किया गया। वहीं स्पॉट ड्रिल, बलवा ड्रिल की तैयारी देखी गई, अगर कानून व्यवस्था बिगड़ती है तो पुलिस किस प्रकार तैयार रहती है और उससे निपटती है। वही पुलिस वाहनों का भी निरीक्षण किया गया। खासकर वज्र का जनरेटर इत्यादि चैक किए गए जो कि हमेशा चालू स्थिति में होने चाहिए। पूरा निरीक्षण संतोषजनक रहा है। लेकिन कुछ खामिया भी रही है, जिनके प्रति अभ्यासरत होना आवश्यक है, इनको पूरा करने के लिए हिदायत दी गई है।

निरीक्षण के दौरान यह खामी आई सामने
पुलिस महानिरीक्षक ने सुबह नो बजे परेड निरीक्षण के दौरान महिला पुलिस द्वारा कदम लड़खड़ाने की बात कही और प्रतिदिन अच्छे अभ्यास के लिए कहा। वहीं वाहन चैकिंग के दौरान कानून व्यवस्था से निपटने से पहले सुरक्षा उपकरण को लेकर हिदायत दी। वाहनों में सेफ्टी हेलमेट के स्थान पर क्रिकेट के हेलमेट रखे थे। वहीं सीएसपी सहित अन्य वाहन के चालक से गैस गन लोड करना पूछा तो वह नहीं कर पाए।

क्रिसमस के दौरान चर्च में बनी झांकी झोपड़ी पुलिस ने बलवे में की इस्तेमाल
बलवा ड्रिल के दौरान यूरिया खाद किल्लत को लेकर किसानों के आंदोलन के उग्र होने पर पुलिस ने समझाइश ओर आंदोलन कारियों द्वारा उग्र होकर आगजनी और पत्थर बाजी करने पर पुलिस ने फायर और आश्रु गैस के गोले छोड़कर दंगाई पर काबू पाने का डेमो पेश किया। इस दौरान पुलिस महानिरीक्षक ने एएसपी मिश्रा से रिपोर्ट ली। कितने दंगाई और पुलिसकर्मी घायल हुए। कितने आश्रु गैस गोले छोड़े गए। वहीं पुलिस महानिरीक्षक ने दमकल के जल्दी आने की बात कही।

भूमि पूजन के दौरान भी राजनीति गहमा-गहमी शुरू
पुलिस महानिरीक्षक राकेश गुप्ता ने सीएसपी कार्यालय के निरीक्षण के दौरान महिला पुलिसकर्मी से सीटीएनएस प्रणाली पर ऑनलाइन कार्य करना पूछा उसके जवाब से खुश होकर ईनाम दिया। वहीं उसके बाद सीधे पास में ही कैंट थाना और आवासीय कॉलोनी का भूमिपूजन करने पहुंचे। जहां पर विधायक दिलीप सिंह परिहार और कांग्रेस नेता राजकुमार अहीर के आतिथ्य में भूमि पूजन किया गया। इस दौरान दोनों नेता पूजा में भी एक दूसरी सरकार पर आक्षेप लगाकर कानाफूसी करने लगे। विधायक परिहार बोले अब कुछ दिनों की ही सरकार है, राजकुमार ने कहा कि आने वाले 30 सालों में भी नहीं हिलने वाली है।

निरीक्षण के दौरान पुलिसकर्मी से गन नही हुई लोड
पुलिस महानिरीक्षक ने बलवा ड्रिल के बाद पुलिस लाइन का निरीक्षण किया। इस दौरान गार्ड ऑनर ड्रिल में सलामी लेने के बाद पुलिस गार्ड की यूनिफार्म का निरीक्षण करते समय उनसे स्कॉफ और बेल्ट तथा स्टेडिंग पॉजिशन के बारे में बताया। जिसके बाद मन्नु जाट पुलिसकर्मी से गन लोड करने को कहा, वह गन कॉर्टेज में काफी देर तक कारतूस लोड नहीं कर पाया और घबराने लगा। इस पर पुलिस महानिरीक्षक ने उसे रिलेक्स होने को कहा। वहीं सही ट्रेनिंग देने के लिए आरआई को कहा। स्टोर शाखा में सुरक्षा उपकरण प्रचुर मात्रा से अधिक होने पर बोले, किसी को प्रदान नहीं करते हो क्या। बल का सिर्फ 60 प्रतिशत ही स्टॉक में रहता है। मेटल डिटेक्टर की जांच के दौरान उन्हें चलाने को कहा तो वह चार्ज नहीं मिलने पर कहा आपको पता है कि कितने समय में चार्ज करना चाहिए। यह हमेशा तैयार रहने चाहिए।

सैनिक दरबार में सभी खमोश
पुलिसकर्मियों की समस्या को लेकर पुलिस लाइन में दरबार लगाया गया, लेकिन पुलिसकर्मियों की काफी समस्या होने के बाद भी सभी अधिकारियों के सामने खामोश नजर आए। वहीं पुलिस महानिरीक्षक गुप्ता ने स्वास्थ्य योजना के बारे में कुछ पुलिसकर्मियों से पूछा तो उसकी उन्हें पूरी तरह जानकारी नहीं थी। जिसके बाद उन्होंने योजना के बारे में बताया कि किन्ही चुनिंदा निजी अस्पताल में वह बिल्कुल गंभीर बीमारियों का मुफ्त उपचार करा सकते है। वहीं एएसपी को योजना के बारे सभी पुलिसकर्मियों को जानकारी देने की बात कही।