नीमच. आजादी के लिए अपना सर्वस्व नौछावर करने वाले भारत माता के अमर सपूत सरदार भगत सिंह सुखदेव थापर एवं राजगुरु की 92वीं पुण्यतिथि पर गुरुवार को सुबह 8.30 बजे स्वच्छता विकास अभियान संकल्प पर्यावरण मित्र संस्था द्वारा मनाई गई।
शहीद पार्क पारसी बावड़ी परिसर में शहीदों की आदमकद प्रतिमाओं पर संस्था के अध्यक्ष डॉ. एचएन गुप्त, संकल्प पर्यावरण मित्र संस्था के अध्यक्ष किशोर बागड़ी, संरक्षक राजेंद्र जरोली, सचिव डॉ. राकेश वर्मा ने प्रतिमाओं पर माल्यार्पण कर पुष्पांजलि अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। इसके बाद तत्पश्चात तिरंगा झंडा वंदन किया गया। इस अवसर पर संस्था के अध्यक्ष डॉ. गुप्त ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि ए मेरे वतन के लोगों जो शहीद हुए हैं जरा याद करो कुर्बानी के पंक्ति के साथ कहा कि आज से। 92वर्ष पूर्व हमारी स्वतंत्रा के लिए बलिदानी पंडित शिवराम हरी राजगुरु मात्र 22 वर्षिकी आयु शहीद आजम भगतसिंह 23 वर्ष की आयु एवं सुखदेव थापर 24 वर्ष की आयु में हंसते हुए फांसी के मंच से एक साथ कुछ क्षणों के अंतर से चेहरे पर काला नकाब पहनाने से मना कर फांसी के फंदे पर झूल गए। संस्था के अध्यक्ष किशोर बागड़ी, सचिव डॉ. राकेश वर्मा ने शहीदों के विचार अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि शहीद सरदार भगतसिंह का जन्म 28 सितंबर 1907 को आजादी के सेनानी पिता किशनसिंह एवं चाचा सवणसिंह दोनों लाहौर की बोस्टन जेल से एवं चाचा अजीतसिंह मांडले बर्मा की जेल से स्वतंत्रता संग्राम में शामिल हुए थे। 8 अप्रैल 1929 को भारत की केंद्रीय असेंबली में जन सुरक्षा कानून के विरोध में भगतसिंह एवं बटुकेश्वर दत्त ने बम धमाका किया था। साथ ही पर्चे फेंकने के बाद स्वयं को पुलिस के हाथों गिरफ्तार करवा दिया गया। उन्होंने फांसी होने तक 2 वर्ष जेल में पंडित सुखदेव राजगुरु के साथ जेल में एक कोठरी में बिताए ऐसे महान क्रांतिकारियों की जयंती पर हम सब नमन करते हैं। इस अवसर पर संस्था के डॉ. हरनारायण गुप्त, राजेंद्र जरोली, डॉ. राकेश वर्मा, रमेश मोरे, हरीश उपाध्याय, अमृतलाल चौहान, दुलीचंद कनेरिया, राजकुमार सिन्हा, कमल बंटी, हरिराम धाकड़, ओमप्रकाश मंत्री सहित अन्य अन्य सामाजिक संस्थान ने कार्यक्रम में शामिल होकर श्रद्धांजलि दी।