
नारेबाजी करते हुए धोबी समाजजन।
नीमच. मध्यप्रदेश के भोपाल, रायसेन और सिहोर जिले के धोबी समाजजनों को अनुसूचित जाति का दर्जा प्राप्त है। मध्यप्रदेश के अन्य सभी शेष जिलों में धोबी समाज को अनुसूचित जाति का दर्जा प्रदान किया जाए। इसी मांग को लेकर सोमवार को अखिल भारतीय धोबी महासंघ द्वारा एक विशाल वाहन रैली निकाली गई। जिसमें समस्त धोबी समाजजन दो पहिया और चार पहियों पर सवार होकर नारेबाजी करते हुए कलेक्टोरेट कार्यालय पहुंचे। जहां पीएम और सीएम के नाम तहसीलदार गोपाल सोनी को ज्ञापन सौंपा गया।
सम्पूर्ण मध्यप्रदेश में धोबी समाज को अनुसूचित जाति की सूची में शामिल करने की मांग को लेकर अखिल भारतीय धोबी महासंघ युवा ईकाई द्वारा सोमवार सुबह 10.30 बजे गांधी वाटिका के पास रतनदेवी मांगलिक भवन पर समाजजनों ने एक सामुहिक आमसभा का आयोजन किया । जिसमें बाबा गाडगे के चित्र पर माल्यार्पण कर दीप प्रज्जवलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ समाजजनों द्वारा किया गया। यहां आयोजित बैठक में सभी समाजजनों ने एकमत होकर प्रदेश में धोबी समाज को अनुसूचित जाति में शामिल करने, भादवामाता में छात्रावास भूमि आवंटन एवं मप्र में 23 फरवरी को बाबा गाडगे की जयंती पर शासकीय अवकाश घोषित करने आदि विषयों पर वर्तमान परिप्रेक्ष्य में महत्व प्रतिपादित किया ।
बैठक के बाद सभी समाजजन दोपहिया वाहनों पर केसरिया ध्वज लगाकर रैली के रूप में निकले। रैली गांधी वाटिका, परदेशी मोहल्ला, पुस्तक बाजार, जाजू बिल्डिंग, घंटाघर, नृसिंग मंदिर, नया बाजार, बिहारगंज, श्रीराम चौक, बजंरग चौक, बारादरी चौराहा, फव्वारा चौक, कमल चौक, लायंस प्लेटियम चौराहा, गुरूद्वारा होते हुए कलेक्ट्रेट कार्यालय पहुंची। जहां समाजजनों ने रजक समाज का एक ही नारा एससी जाति अधिकार हमारा, जय हो बाबा गाडगे तुम हो मसीहा हमारे, बाबा गाडगे की जय हो । हम अपना अधिकार मांगते नहीं किसी से भीख मांगते आदि नारे लगाकर सरकार के खिलाफ आक्रोश जाहिर कर अपना प्रदर्शन किया ।
प्रर्दशन के बाद दोपहर 3 बजे के लगभग धोबी समाज के लोगों ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एवं मप्र शासन के मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान के नाम ज्ञापन कलेक्टर के प्रतिनिधि तहसीलदार गोपाल सोनी को सौंपा । ज्ञापन में बताया कि मप्र के भोपाल, रायसेन, सिहोर एवं समीपवर्ती राजस्थान, महाराष्ट्र सहित देश के कई राज्यों में धोबी समाज को अनुसूचित जाति में शामिल किया गया है। तो फिर मप्र के 48 अन्य जिलों में धोबी समाज के लोगों के साथ भेदभाव क्यों हो रहा है।
नीमच युवा ईकाई के जिलाध्यक्ष उमेश चौहान ने उक्त जानकारी देते हुए बताया कि धोबी समाज की बहन बेटी का जब भोपाल, रायसेन, सिहोर या राजस्थान में विवाह होता है तो उन्हें वहां पर अनुसूचित जाति का दर्जा नहीं मिलने के कारण नौकरी भी नहीं मिल पाती है। क्योंकि उनके पास जो साॢटफिकेट रहता है वह पिछड़ा वर्ग का होता है। ऐसे में वहां पर उन्हें पिछड़ा वर्ग में भी नहीं माना जाता है। क्योंकि वहां धोबी समाज को अनुसूचित जाति का दर्जा प्राप्त है। इस कारण यहां की बेटी और बहन को उक्त स्थानों पर विवाह होने पर नौकरी में परेशानी का सामना करना पड़ता है। 9 अप्रैल 2017 को भोपाल में धोबी समाज की महापंचायत में प्रदेश के मुख्यमंत्री ने केन्द्र व प्रदेश में भाजपा की सरकार बनते ही धोबी समाज को एससी का दर्जा दिलाने का वादा किया था जो 40 माह बीतने के बाद भी अभी तक पूरा नहीं हुआ है यदि समय रहते धोबी समाज की यह मांग नहीं मानी गई तो समाज आगामी चुनाव में मतदान में अपना विरोध दर्ज कराऐगा। इस अवसर पर उज्जैन संभाग, युवा ईकाई अध्यक्ष मुकेष लखानिया, जिलाध्यक्ष उमेश चौहान, उपाध्यक्ष बगदीराम दसलानिया, ललित वसीठा, सचिव मनीष दलावरिया, समरथ गोयल, सहसचिव ललित नागौरा, कोषाध्यक्ष राजेन्द्र नागौरा, सहकोषाध्यक्ष प्रकाश बंटी परदेशी, संगठन मंत्री शिव चंडावला,श्याम गेहलोत, प्रचारमंत्री नंदलाल , गोपाल बिजवा, सहप्रचार मंत्री महेश दलावरिया, मिडिया प्रभारी जितेन्द्र बिजवा, दुलीचन्द दरकुनिया, बाबुलाल बंजारिया सहित बड़ी संख्या में गणमान्य लोग उपस्थित थे । यह प्रदर्शन प्रांतव्यापी रहा, प्रदेश के विभिन्न जिलों में सोमवार को एक साथ प्रदर्र्शन किया गया ।
Published on:
09 Oct 2017 11:45 pm
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