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नीमच. शादी के वक्त पवित्र अग्नि के सात फेरे लेते वक्त जिंदगी भर साथ निभाने का जो वादा किया था उसे मौत भी नहीं तोड़ पाई। मामला नीमच जिले के भादवामाता गांव का है जहां शनिवार को पत्नी की मौत के बाद बुजुर्ग पति की भी मौत हो गई। पत्नी की मौत के बाद बुजुर्ग पति की तबीयत भी बिगड़ रही थी और कुछ ही देर में उन्होंने भी प्राण त्याग दिए। बुजुर्ग दंपति की मौत के बाद दोनों की अर्थियां एक साथ घर से उठीं और कोविड गाइड लाइन का पालन करते हुए दोनों का अंतिम संस्कार हुआ। दोनों को उनके बड़े बेटे ने मुखाग्नि दी।
पूरा किया जिंदगी भर साथ निभाने का वादा
नीमच तहसील के भादवामाता गांव में रहने वाले 98 वर्षीय भंवरी का शनिवार की सुबह देहांत हो गया। परिजन ने बताया कि भंवरी बाई को कोई बीमारी नहीं थी। सुबह अचानक उनकी बिगड़ी और जब तक उन्हें अस्पताल ले जाया गया देर हो चुकी थी। घर में परिजन भंवरी बाई के अंतिम संस्कार की तैयारियां कर ही रहे थे तभी पत्नी की मौत के तीन घंटे बाद पति किशनलाल उम्र 102 साल ने भी अपने प्राण त्याग दिए। जिसके बाद परिजन ने दोनों की अर्थी एक साथ घर से उठाई और कोविड गाइड लाइन के तहत बड़े बेटे ने मुखाग्नि देकर उन्हें अंतिम विदाई दी।
ग्रामीण बोले- पूरा निभाया जिंदगी भर साथ देने का वादा
जिस भंवरी बाई को दुल्हन बनाकर किशनलाल सालों पहले अपने घर लाए थे उनका साथ किशनलाल ने पूरी जिंदगी निभाया और जब मौत आई तो दोनों एक साथ ही आखिरी सफर पर साथ निकले। पति पत्नी की चंद घंटों के अंदर ही मौत होने को लेकर गांव वालों का कहना है कि शादी के वक्त जिंदगी भर साथ निभाने का जो वादा किशनलाल ने भंवरी बाई से किया था उसे पूरी तरह से निभाया है।
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Published on:
01 May 2021 08:02 pm
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