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एमपी में बारिश का कहर, नदी-नाले उफान पर, फसलें बर्बाद, पहाड़ी पर चढ़कर लोगों ने बचाई जान

Rain Wreak Havoc : जावद के अंतर्गत आने वाले जाट इलाके में बारिश कहर बरपा रही है। श्रीपुरा-घाटी में नदी-नाले उफान पर आने से पूरे गांव में पानी भरा। खेत डूबने से फसलें बर्बाद। किसानों को लगा बड़ा झटका।

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Rain Wreak Havoc

जावद में बारिश का कहर (Photo Source- Patrika Input)

Rain Wreak Havoc :मध्य प्रदेश में एक बार फिर बारिश का दौर शुरु हो गया है। कई क्षेत्रों में बारिश ने एक बार फिर कहर बरपाना शुरु कर दिया है। बात करें नीमच जिले की तो यहां बारिश का कहर देखने को मिल रहा है। सबसे खराब हालात जावद जिले के जाट क्षेत्र में देखने को मिल रहे हैं। यहां लगातार हो रही तेज बारिश न जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है। श्रीपुरा तालाब का जलस्तर बढ़ने से वेस्ट वेयर चालू हो गए हैं, जिससे नदी-नाले उफान पर आ गए और घाटी के करीब 200 बीघा खेत पूरी तरह से डूब गए हैं, जिससे मक्का, मूंगफली और सोयाबीन की फसले बर्बाद हो गई हैं। आलम ये है कि, यहां जान बचाने के लिए कई ग्रामीणों को गांव से सटी पहाड़ी पर चढ़ना पड़ा है।

गनीमत रही कि, क्षेत्र की बड़ी आबादी तो समय रहते गांव छोड़कर सुरक्षित स्थान पर निकल गई, लेकिन कुछ लोग फंस गए, जिन्हें अपनी जान बचाने के लिए ऊंची पहाड़ी पर चढ़ना पड़ा। फिलहाल हालात ये हैं कि, कई घर पूरी तरह से डूबे हुए हैं। वहीं, कई खेत डूबने के चलते बड़े क्षेत्र की फसलें बर्बाद हो चुकी हैं। ग्रामीणों की मांग है कि, जल्द से जल्द मौके पर नुकसान का आंकलन कर मुआवजा प्रदान किया जाए। क्योंकि, एक तरफ तो किसानों की पूरी ग्रहस्थी नष्ट हो चुक है तो वहीं, दूसरी तरफ फसल भी बर्बाद है, जिससे आजीविका का संकट खड़ा हो गया है।

घंटों करना पड़ता है इंतजार

ग्रामीण सोहनलाल धाकड़, घीसालाल धाकड़, भारत धाकड़ और कालूराम धाकड़ का कहना है कि, खेतों में पानी भरने से उन्हें और उनके जैसे कई किसानों को भारी आर्थिक झटका लगा है। उन्होंने प्रशासन से फसल नुकसान का सर्वे कर जल्द से जल्द मुआवजा दिलाने की मांग की है। क्षेत्रवासियों का ये बी कहना है कि, श्रीपुरा पुलिया छोटी और भूखी माता से घाटी जाने वाली पुलिया क्षतिग्रस्त हो गई है, जिसके चलते स्कूली बच्चों के साथ-साथ गांव से आवाजाही करने वाले ग्रामीणों को घंटों पानी उतरने का इंतजार करना पड़ता है।

बाढ़ प्रभावितों से मिलने पहुंचे विधायक

जावद विधायक ओमप्रकाश सकलेचा ने जाट क्षेत्र पहुंचकर जलभराव और नुकसान का जायजा लिया। उन्होंने अधिकारियों को मौके पर ही आदेश दिया कि, किसानों की फसलों का तुरंत सर्वे कर नुकसान का आंकलन कराएं और उनकी परिस्थिति को गंभीरता से लेते हुए जल्द से जल्द राहत राशि उपलब्ध कराने के निर्देश दिए।

24 घंटे बाद भी नहीं पहुंचे अफसर, फटकार के बाद जागा प्रशासन

ग्रामीण जसवंत बंजारा ने खेतों में पानी भरने की सूचना तहसीलदार और पटवारी को दी थी, लेकिन 24 घंटे बीतने के बाद भी कोई अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचा। इस लापरवाही पर विधायक सकलेचा ने फोन पर तहसीलदार और पटवारी को फटकार लगाई और तुरंत कार्रवाई करने के आदेश दिए।

ग्रामीणों की गुहार: पुलिया निर्माण हो जल्द, राहत शिविर लगें

ग्रामीणों का कहना है कि, बारिश का पानी अभी भी कई खेतों में भरा है, जिससे जनजीवन प्रभावित है। उन्होंने प्रशासन से जल्द पुलियों का निर्माण, राहत कार्य शुरू करने और संपर्क मार्ग बहाल करने की मांग की है।