
केवल दो यात्री ही रात गुजारने के लिए पहुंचे
नीमच. ठंड के मौसम में अगर आप कहीं जा रहे हैं ओर आपसी बस छूट गई है। या फिर आप कहीं से आए हैं ओर अपने गांव जाने के लिए कोई बस नहीं है। ऐसे में चाहे आप ग्रामीण हो, शहरी या फिर कोई मजदूर हर व्यक्ति नीमच सिटी रोड स्थित अटल रैन बसेरा में रात गुजार सकते हैं। लेकिन जानकारी के आभाव में अधिकतर लोग नगरपालिका द्वारा तैयार किए गए रैन बसेरा का लाभ नहीं ले पाते हैं। ऐेसे में अधिकतर समय वह खाली ही पड़ा रहता है।
बतादें की शहर के नीमच सिटी रोड पर सामाजिक न्याय विभाग मप्र के वित्तीय सहयोग से करीब ३३.५० लाख रुपए से नगरपालिका द्वारा अटल रैन बसेरा का निर्माण करवाया गया है। जहां महिला एवं पुरूष के लिए अलग अलग हाल बनाए हुए हैं। जिसमें १० महिलाओं व १५ पुरूषों की रूकने की व्यवस्था है। जिसमें व्यक्ति को अपने परिचय पत्र के आधार पर रात गुजारने दिया जाता है। इस रैन बसेरा का लाभ ऐसे सभी व्यक्ति ले सकते हैं। जो किसी कारणवश ठंड के दिनों में परेशान हो रहे हैं। ओर उनके पास रात गुजारने के लिए कोई जगह नहीं है।
७-८ लोग ही उठा रहे रेन बसेरे का लाभ
अटल रेन बसेरा बस स्टैंड से कुछ दूरी पर नीमच सिटी रोड पर होने के कारण काफी लोगों खासकर यात्रियों को इसकी बिल्कुल भी जानकारी नहीं है। ऐसे में कई बार जरूरतमंदों को भी अटल रेन बसेरा का लाभ नहीं मिल पाता है। ऐसे में हर दिन औसत ७ से ८ लोग ही इसका लाभ ले पाते हैं। क्योंकि हर माह २०० से ३०० लोग ही रेन बसेरा में रात गुजार रहे हैं।
माह रात गुजारने वाले यात्रियों की संख्या
मई १५६
जून २२५
जुलाई १९५
अगस्त २९२
सितंबर १८१
अक्टूबर २३१
नवंबर १७९
(नवंबर में अब तक)
जानकारी के अभाव में देते हैं १०००-५००
जिला मुख्यालय पर स्थित अटल रेन बसेरा बस स्टैंड से दूर होने के कारण जरूरतमंद यात्रियों को इसका लाभ नहीं मिल पाता है। ऐेसे में उन्हें रात गुजारने के लिए लॉज और होटलों का सहारा लेना पड़ता है। क्योंकि उन्हें बस स्टैंड के नजदीक वही नजर आती है। जिसमें उन्हें ५०० से १००० रुपए तक वहन करने पड़ते हैं। ऐेसे में कुछ यात्रियों को तो चंद घंटे ही बीताने के लिए मोटी रकम देनी पड़ती है। क्योंकि वे देर रात तो पहुंचते हैं। लेकिन अलसुबह ही उनकी बस होने के कारण वे जल्दी ही निकल लेते हैं।
पत्रिका टीम ने जब शुक्रवार रात को रेन बसेरा पर नजर डाली तो हालात आश्चर्य जनक नजर आए। क्योंकि रात ८.३० बजे तक यहां केवल दो यात्री ही रात गुजारने के लिए पहुंचे थे। शेष पूरा रेन बसेरा खाली पड़ा था। बूंदी राजस्थान से आंखों का उपचार कराने आए इन यात्रियों ने बताया कि हम लॉज व होटलों का महंगा किराया नहीं चुका सकते हैं। इस कारण पूछते पूछते यहां तक आए ओर अब यहीं रात गुजारेंगे।
वर्जन.
अटल रेन बसेरा यात्रियों की सुविधा के लिए २४ घंटे खुला रहता है। वे ठंड के दिनों में परेशान न हो, यहां पर केवल आईडी प्रूफ देना पड़ता है। जिसके आधार पर व्यक्ति रात गुजार सकता है। यहां यात्रियों को ठंड के दौरान कंबल भी प्रदान किया जाता है। जिससे उन्हें ठंड भी नहीं लगेगी। साथ ही यहां सभी सुविधाएं भी है। जिनका लाभ ले सकते हैं।
-फिरोज अहमद, प्रबंधक, अटल रेन बसेरा
Published on:
18 Nov 2017 11:24 pm
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