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बर्खास्त आरक्षक पंकज कुमावत का साथी आरक्षक सुनील चौहान भी बर्खास्त

- नीमच पुलिस अधीक्षक सूरज कुमार ने जारी किया आदेश

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बर्खास्त आरक्षक पंकज कुमावत का साथी आरक्षक सुनील चौहान भी बर्खास्त

बर्खास्त आरक्षक पंकज कुमावत का साथी आरक्षक सुनील चौहान भी बर्खास्त

नीमच । कुख्यात मादक तस्कर बाबू सिंधी से सांठगांठ के मामले में बर्खास्त आरक्षक पंकज कुमावत फिलहाल जेल में बंद है। वहीं पंकज के साथी रहे निलंबित आरक्षक सुनील चौहान को भी विभागीय जांच के बाद नीमच एसपी सूरजकुमार वर्मा ने बर्खास्त कर दिया है।

गौरतलब है कि तस्कर जयकुमार सबनानी उर्फ बाबू सिंधी भले ही सीबीएन के हत्थे चढा, लेकिन तस्कर बाबू और उसके लेकिन तस्कर बाबू और उसके साझेदार बर्खास्त आरक्षक पंकज कुमावत को भी सीबीएन ने गिरफ्तार किया था और बाबू प्रकरण में 12 लोगों को आरोपी बनाया था, जिसमें से अब तक 8 की गिरफ्तारी हो चुकी है, जबकि 4 फरार बताए जा रहे हैं, लेकिन बर्खास्त आरक्षक पंकज के साथी रहे पुलिसकर्मियों पर गाज गिरना शुरू हो गई है। पूर्व में शिकायतों के मद्देनजर पंकज के साथी रहे आरक्षक सुनील चौहान को निलंबित कर विभागीय जांच के आदेश दिए थे। मामले में विभागीय जांच के बाद आरक्षण सुनील चौहान को बर्खास्त कर दिया।

ये कहानी है नीमच के बर्खास्त पुलिस कॉन्स्टेबल पंकज कुमावत की
कुछ सालों की नौकरी में ही वह ड्रग माफिया के नेटवर्क का ऐसा हिस्सा बना कि उनके पार्टनर की तरह काम करने लगा और रातोंरात करोड़पति बन गया। फिलहाल जेल में बंद पंकज 50 करोड़ से ज्यादा प्रॉपर्टी का मालिक है। उसने सूचना तंत्र को मजबूत करने के लिए 5 हजार और 10 हजार रुपए महीने पर 12 से 14 लोगों को काम पर रखा था और इनके जरिए माफिया के लिए ड्रग तस्करी में मददगार बन गया। पंकज का जलवा ऐसा था कि 40 हजार रुपए महीने से भी कम तनख्वाह होने के बावजूद उसे बैंक ने वेयर हाउस के लिए 1.10 करोड़ रुपए का लोन दिया हुआ था। उसके वेयर हाउस में गेहूं और चने की सरकारी खरीद हुई थी और अभी भी वहां सरकारी चना रखा हुआ है। पंकज कुमावत की गिरफ्तारी के बाद कई पुलिस अफसर रडार पर है। पंकज के पिता दयाराम कुमावत पुलिस में थे। हादसे में उनकी मौत होने के बाद वर्ष 2009 में पंकज की अनुकंपा नियुक्ति हुई। 2019 में नीमच सिटी थाने में पदस्थ हुआ। इसी दौरान वह तस्कर बाबू सिंधी के संपर्क में आया और उसके कारोबार से जुड़ गया। नीमच पुलिस को इसकी भनक भी लग गई और 2020 में पंकज का तबादला देवास कर दिया। इस बीच सेंट्रल नारकोटिक्स ब्यूरो (सीबीएन) ने बाबू सिंधी के यहां छापा मारकर डोडा चूरा पकड़ा और उसे गिरफ्तार किया। इसी केस में जांच के दौरान सीबीएन को पंकज और बाबू सिंधी के कनेक्शन का पता चला, जिसके बाद पकंज को दो महीने पहले गिरफ्तार किया। तब से पंकज जेल में है। पुलिस ने पंकज को हाल ही में बर्खास्त किया है।

पूरे नेटवर्क की खबर रखता था पंकज
पंकज को जानने वाले उसके साथी कॉन्स्टेबलों ने बताया कि उसे तस्करों के पूरे नेटवर्क की अच्छी खबर थी। बाबू सिंधी से बीते 5 साल पहले ही पंकज की नजदीकी बड़ी थी। फिर बाबू उसके इतने करीब आ गया कि हर टीआई और अफसरों से बाबू की मुलाकात वो ही कराता था। बाबू सिंधी के जन्मदिन पर पंकज ही टीआई और अन्य पुलिसवालों को लेकर गया था। यहां पर बाबू सिंधी ने पुलिस की बंदूक से केक काटा था। बाबू की पार्टी में नोट उन्हाने पर पंकज का वीडियो भी वायरल हुआ था। वहीं, नारकोटिक्स के मामलों को बीते 20 सालों से नजदीक से देख रहे पत्रकार सुभाष ओझा कहते हैं कि पंकज कुमावत का नाम भले ही उजागर हो गया है, लेकिन ऐसे कई चेहरे अभी पुलिस में छिपे हुए हैं। ये लोग तस्करों के मददगार के तौर पर काम करते हैं। ऐसे कई पुलिसकर्मी गिरफ्तार भी हुए हैं।

इनका यह कहना है
पूर्व से निलंबित चल रहे आरक्षक सुनील चोहान को वभागीय जांच में शिकायत सही पाए जाने पर आरक्षक के खिलाफ कार्रवाई की गई है। एसपी ने उन्हें पुलिस सेवा से बर्खास्त के आदेश जारी किए है।
- फूल सिंह परस्ते, सीएसपी नीमच।