
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए शिक्षाविद डॉ. माधुरी चौरसिया।
नीमच. जिला लेखक संघ ने आजादी अमृत वर्ष पश्चात आयोजित 18 सितंबर को गायत्री मंदिर सभाग्रह में हुए समारोह में महिलाओं को मंच प्रदान कर हिन्दी विकास की दशा-दिशा जानी। पिछले 75 वर्षों से पुरुष ऐसे समारोह आयोजित करते रहे हैं। इससे हिंदी का कितना विकास हुआ समझ से परे है। इस बार यह जिम्मेदारी शहर की प्रसिद्ध शीक्षाविद डॉ. माधुरी चौरसिया, इनरव्हील अध्यक्ष रजिया अहमद व प्राध्यापक किरण नाहटा को सौंपी गई।
मां गायत्री की आराधना के बाद संस्था पदाधिकारियों ने अतिथियों का सम्मान कर स्मृति चिन्ह भेंट किए। साथ ही जिलायोग समिति के गठन में योग गुरु गुणवंत गोयल को अध्यक्ष व योग समर्पित बालकृष्ण सोलंकी को उपाध्यक्ष मनोनीत होने पर सम्मानित किया। संस्था गतिविधि की जानकारी सचिव जगमोहन कटारिया व विषय परिचय संस्थाध्यक्ष डॉ. केके जैन कराया। इस अवसर पर उपास्थित श्रोताओं में से इंजीनियर रमेश जोशी, पूर्व प्राचार्य हरीश उपाध्याय, लालाराम शर्मा, डॉ. सीपी उपाध्याय, डॉ. सुरेंद्रसिंह शक्तावत ने हिंदी समृद्धि के सूत्र दिए। मुख्यवक्ताओं सहित समस्त विद्धजनों के चिंतन के सार में प्रकट हुआ कि स्वयंका साहित्य ही मानव को संस्कारवान व चरित्रवान बना सकता है। इसके लिए जो त्याग करना पड़े उसे मंजूर करें। अपनी मातृभाषा अपनाने वालों का चरित्र, चिंतन व संस्कार उच्च कोटी के रहते हैं। यदि देश में बोली जाने वाली समस्त भाषाओं का जोड़ लगा आंकड़े प्रस्तुत किए जाएं तो हिन्दुस्तानी भाषा विश्व में सर्वाधिक बोली जाती है। इस अवसर पर रमेश मोरे, मनोज स्वर्णकार पूर्व प्राचार्य श्यामसुंदर पंडित, पर्यावरण प्रेमी जगदीश शर्मा इंजीनियर रामनिवास पाटीदार (कदवा) वनीगोयल सहित अनेक हिन्दी प्रेमी उपस्थित हुए। संचालन गुणवंत गोयल व जगमोहन कटारिया ने संयुक्त रूप से किया। आभार सुनीता गोयल ने माना।
Published on:
19 Sept 2023 11:46 am
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