नीमच. जिला व पुलिस प्रशासन द्वारा संयुक्त तत्वावधान में गुरुवार को तहसील रामपुरा स्थित गांधीसागर डूब क्षेत्र में आगामी वर्षाकाल एवं वर्ष 2019 में हुई अतिवृष्टि को दृष्टिगत रखते हुएए कलेक्टर दिनेश जैन के निर्देशन में मॉकड्रिल की गई।
मॉकड्रिल में राहत एवं बचाव करने के लिए रबर बोट से बचाव दल ने डूब रहे ५ व्यक्तियों को बचाया। एम्बुलेंस से प्राथमिक उपचार देकर नजदीक घर तक पहुंचाया। मच्छुआरा समिति, स्थानीय लोगों को स्थानीय सामग्री का उपयोग एवं आपदा में सहायता करने संबंधी प्रशिक्षण भी दिया गया। आपदा प्रबंधन जिला नीमच की पुस्तक का वितरण भी मच्छुआरा समितियों के प्रतिनिधि डूब प्रभावित ग्रामों के सरपंच, पटेल पटवारी, कोटवार सचिव को किया गया। इस मौके पर कलेक्टर दिनेश जैन, पुलिस अधीक्षक अमितकुमार तोलानी, अपर कलेक्टर नेहा मीना, अतिरक्ति पुलिस अधीक्षक सुन्दरसिंह कनेश, जिला सैनानी (होमगार्ड), युवराजसिंह, प्लाटून कमांडेट होमगार्ड, पुष्पा पंवार, एसडीएम पवन बारिया, तहसीलदार रामपुरा मुकेश निगम, मुख्य नगर पालिका अधिकारी परमार द्वारा मॉकड्रिल की कार्रवाई की गई। मॉकड्रिल में चिकित्सा विभाग, जल संसाधन विभाग एवं मत्स्य विभाग, महाविद्यालय के वालेंटीयर गांधीसागर डूब क्षेत्र से प्रभावित ग्राम पंचायत के सरपंच, सचिव, रोजगार सहायक एवं मैदानी कर्मचारी, राजस्व विभाग के तहसीलदार रामपुरा, राजस्व निरीक्षक एवं संबंधित मौजा पटवारी, बाढ़ राहत में मुख्य भूमिका निभाने वाले रामपुरा निवासी मछुआरा समिति के पदाधिकारी एवं अन्य समाज के भगवानलाल, मदनलाल, नानुराम चौहान एवं उसके सहयोगी सदस्य मछुआरा दल ने जो अपनी अपनी जिम्मेदारी जो प्रशासन द्वारा पृथक पृथक सौंपी गई जिम्मेदारी अनुसार कार्रवाई की गई। आपदा प्रबंधन पूर्व तैयार के संबंध में किया गया। मॉकड्रिल सफल रहा। उपस्थित जनमानस द्वारा सराहना की गई। तदपश्चात कलेक्टर ने रेस्कू टीम के साथ गांधीसागर के 1312 फीट तक पहुंचने में प्रभावित क्षेत्रों (सोनड़ी, देवरान, बुरावन) का भी निरीक्षण किया। कलेक्टर ने ग्राम बुरावन में ग्राम पटेल व उपस्थित सभी ग्रामवासियों से समक्ष में चर्चा की और लाड़ली बहना योजना के स्वीकृति पत्रों का भी वितरण किया गया।