
आखिरकार ग्वालटोली चौराह पर स्थापित हुई महाराप्रताप की प्रतिमा
नीमच। देश की शौर्य महापुरूष महाराणा प्रताप की प्रतिमा आखिरकार नीमच शहर के मुख्य ग्वालटोली चौराहा पर शुक्रवार को स्थापित हो गई। मूर्ति की स्थापना को लेकर राजपूत समाज पिछले 11 वर्ष से प्रयासरत था। दो नगर पालिका के अध्यक्ष के कार्यकाल भी समाप्त हो गए। लेकिन मूर्ति की स्थापना में लेटलतीफी हो रही थी। तभी राजपूत समाज के इसका बेडा उठाया और जनसहयोग से आखिरकार उसे शहर चौराहे पर स्थापित कराया।
नीमच जिला राजपूत महासभा के सचिव गजेंद्र सिंह चौहान ने बताया कि ११ वर्ष पहले नगर पालिका के अध्यक्ष रघुराज सिंह ने ग्वाल टोली चौराहे पर महापुरूष महाराणा प्रताप सिंह की मूर्ति की स्थापना की घोषणा की थी। उनके एक वर्ष के कार्यकाल समाप्त होने के बाद नीता दुआ नगर पालिका अध्यक्ष बनी। उनके समय में मूर्ति स्थापना का मामला अटक गया। जिसके पांच साल का कार्यकाल समाप्त होने के बाद नगर पालिका अध्यक्ष राकेश पप्पू जैन बने। जिन्होंने चौराहे पर महाराणा प्रताप की मूर्ति लगाने के प्रस्ताव को मंजूरी देते हुए। विक्रम सीमेंट के सहयोग से ग्वालटोली चौराह पर पैंडल स्टेंड व चौराहा का निर्माण करवाया। वहीं भोपाल के मूर्तिकार से मूर्ति बनाने का एस्टीमेट भी लिया। उस वक्त राजपूत समाज ने जन सहयोग से मूर्ति स्थापना के लिए करीब ढाई लाख रुपए एडवांस मूर्तिकार श्याम पंडित को दिए थे। मूर्ति का निर्माण 17 लाख में होना था। नगर पालिका बजट के अभाव में कार्य रूक गया। उसके बाद प्रयास शुरू हुआ तो मूर्तिकार से लेनदेन को लेकर विवाद हो गया। जिससे मामला अटक गया। राजपूत समाज ने मामले को लेकर आवाज उठाई। मूर्तिकार एडवांस की राशि भी देने को तैयार नहीं था। वह अब मूर्ति की लागत 36 लाख रुपए बता रहा था, जो कि गनमेटल से बननी थी। जिसके बाद मामला अटकता देख। राजपूत महासभा ने मूर्ति स्थापना का बेड़ा उठाया और जनसहयोग की सहायता से दस लाख एकत्रित कर मूर्ति निर्माण भोपाल के मूर्तिकार से कराया। यह मूर्ति फाइबर मैटल की बनी है। जिसकी 100 साल तक की गारंटी है। मूर्ति स्थापना में राजपूत समाज के साथ विधायक दिलीप सिंह परिहार का भी सहयोग रहा है। नगर पालिका ने ही मूर्ति की स्वीकृति दी और पैंडल स्टेंड का निर्माण कराया था।
महाराणा प्रताप प्रतिमा
- प्रतिमा की ऊंचाई 19 फीट
- प्रतिमा की लंबाई 16 फीट
- प्रतिमा की चौड़ाई 06 फीट
- प्रतिमा कुल 2000 किलो वजनी
- प्रतिमा फाइबर मैटल से बनी
- भापोल के मूर्तिकार श्याम पंडित ने बनाया
समाज का सराहनीय कार्य
राजपूत समाज ने अनूठी पहल कर विशालकाय मूर्ति शहर के मुख्य चौराहे पर जन सहयोग से स्थापित की है। महापुरूष महाराणा प्रताप की देश का शौर्य है। इनकी मूर्ति स्थापना से युवा वर्ग को भी प्रेरणा मिलती है। नगर पालिका शुरूआत से ही मूर्ति स्थापना के लिए प्रयासरत रही है, आखिरकार मूर्ति की स्थापना हुई है। यह खुशी का विषय है।
- राकेश पप्पू जैन, अध्यक्ष नगर पालिका नीमच।
Published on:
27 Jul 2019 12:19 pm
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