
सनातन धर्म का प्रचार करें सत्ता अपने आप नाक रगड़ेगी
नीमच. प्रख्यात वक्ता पुष्पेंद्र कुलश्रेष्ठ गुरुवार को नीमच में थे। उन्हें पीजी कॉलेज में आयोजित कार्यक्रम में आमंत्रित किया गया था। भाषण शुरू करने से पहले कुलश्रेष्ठ ने बड़े ही सहज तरीके से सांसद सुधीर गुप्ता, विधायक दिलीपसिंह परिहार आदि अतिथियों को मंच से नीचे उतरने का कह दिया। उनकी कही किसी बात से जनप्रतिनिधियों का बुरा लग सकता है, इसलिए उन्होंने सहज रूप से सामने आम जनता के बीच बैठ सुनने का कह दिया था। जनप्रतिनिधि भी नि:संकोच मंच से उतर शामियाने में बैठ गए।
आज का युवा गलत को गलत कहने की रखता है क्षमता
कुलश्रेष्ठ ने अपना उद्बोधन शुरू करने से पहले मंच पर बैठक सांसद सुधीर गुप्ता, नीमच विधायक दिलीपसिंह परिहार, जिला पंचायत अध्यक्ष सज्जनसिंह चौहान, नीमच नपाध्य्क्ष स्वाति चोपड़ा व अन्य जनप्रतिनिधि को मंच से उतर सामने शामियाने में बैठने के लिए कहा। इसके बाद सभी मंच से उतर सामने रखी कुर्सी पर बैठ गए। विधायक नीचे जाजम पर बैठे। कुलश्रेष्ठ ने कहा कि मेरा उद्बोधन किसी राजनीतिक संगठन का नहीं है। मैं चाहता हूं कि सनातनी हिंदू समाज सनातन धर्म का प्रचार करें। सत्ता अपने आप नाक रगड़ेगी। चुनाव से पहले दिए गए नारे और किए वादे चुनाव के बाद समाप्त हो जाते हैं। सत्ता ने लोगों को बिजली, सड़क, पानी तक सीमित रखा है, परंतु आज संचार क्रांति ने जन्म लिया है। हो सकता है मेरी बातें किसी को अच्छी न लगे, परंतु आज का युवा संचार क्रांति से जुड़ा है। गलत को गलत कहने की क्षमता भी रखता है।
सच बोल 24 घंटे में बदले जा सकते हैं हालात
कुलश्रेष्ठ ने कहा कि सत्ता में बैठे नेता हमेशा झूठ बोलते हैं, क्योंकि उनमें सच बोलने की शक्ति नहीं होती। भारत ही नहीं जहां जहां लोकतंत्र है, वहां वहां नेताओं को झूठ बोलने की छूट दी जाती है। सिखाया जाता है कि आदमी कितना ही बड़ा हो चाहे वह मूर्ख हो पर उसका सम्मान होना चाहिए। पद का ज्ञान से कोई ताल्लुुक नहीं रखता। जिस दिन ऐसे लोगों को छोड़ देंगे उस दिन चाणक्य पैदा होंगे, चाटुकार नहीं। सच बोले और डटकर बोलें। सनातनी हिंदू समाज से लोग झूठ बोलते हैं। बताया जाता है कि सारे धर्म समान हैं यह पहला झूठ है। सनातनी साहित्य में धर्म का अर्थ दायित्व होता है। उन्होंने कहा कि सच बोलने की क्षमता रखें जिस दिन इस सभा में बैठे 5 प्रतिशत लोग भी यह तय कर लेंगे उस दिन नीमच को बदलने में 24 घंटे भी नहीं लगेंगे। आपसे विनती करता हूं कि अपने आप से प्रण लीजिए जिंदगी का फैसला भावुक होकर नहीं लिया जाता। सच बोले और डटकर बोलें।
सनातन धर्म की हर धरोहर को ढूंढना है हमें
कुलश्रेष्ठ ने कहा कि बाबा साहब ने सनातन धर्म के लिए कई बातें लिखी हैं, परंतु चाटुकारिता के चलते समाज बंट गए हैं। जिसने ज्ञान प्राप्त किया वह ब्राह्मण जिसने अपने पुरुषार्थ के दम पर परिवार व समाज की रक्षा की वह क्षत्रिय इस प्रकार समाज की जाति तय की गई। भारत धर्मनिरपेक्ष राज्य रहा है। उन्होंने राजनीतिक दलों को निशाना बनाते हुए कहा कि जिन मुद्दों से राष्ट्र सुरक्षित होता है उन मुद्दों पर काम करें। बड़ी गाड़ी और मकान बनाने के लिए संसद और विधानसभा में हम लोग बिकने के लिए नहीं गए। एक एमएलए का टिकट मिलना काफी नहीं। हम में से कई लोग ऐसे हैं जो महापुरुषों के नाम तक नहीं जानते, लेकिन विश्व सुंदरियों के बारे में फटाफट बता देते हैं। हम लोग अपने हीरो को चुने आप राष्ट्र को बचाने सांसद चुनते हैं। आपको जो अच्छा लगे वह करें, परंतु बहादुरों को चुने। हमें सनातन धर्म की हर धरोहर को ढूंढना है। चाहे वह मस्जिद में हो चाहे चर्च में या अन्य किसी स्थान पर। काम वह करें जो सनातनी हिंदू वर्षों तक याद रखें। कुलश्रेष्ठ ने कहा वर्ष 1947 में देश आजादी से लेकर भीमराव अंबेडकर द्वारा लिखी गई पुस्तकों में मुस्लिम समुदाय से जुड़ी कई अहम बातें भी बताई गई हैं। साथ ही युवाओं के अपनी फेसबुक साइट पर कुछ फोटो अपलोड करने की बात भी उनके द्वारा कही गई। स्वामी विवेकानंद शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय (लीड कॉलेज) में गुरुवार को स्वामी विवेकानंद जयंती के अवसर पर पूर्व छात्र संगठन के तत्वावधान में राष्ट्रवाद के प्रबल पक्षधर देश के प्रख्यात चिंतक एवं वक्ता पुष्पेंद्र कुलश्रेष्ठ का विशेष व्याख्यान आयोजित किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत सरस्वती माता ओर स्वामी विवेकानंद की तस्वीर पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलन से की गई। स्वागत भाषण जनभागीदारी समिति अध्यक्ष विश्वदेव शर्मा द्वारा दिया।
Published on:
13 Jan 2023 02:34 pm
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