नवनीत मिश्र
नई दिल्ली। अहमदाबाद से लंदन जा रहे बोइंग ड्रीमलाइनर 787 विमान क्रैश होने की घटना के बाद एविएशन रेगुलेटर डीजीसीए ने एयर इंडिया को बेड़े में शामिल बोइंग के सभी विमानों की जांच के निर्देश दिए हैं। अब हर उड़ान से पहले कुल सात प्रमुख पैरामीटर्स पर गहन जांच होगी। निर्देश में यह भी कहा गया है कि एयर इंडिया तो अपने स्तर से विमानों की जांच करेगा ही साथ ही डीजीसीए के क्षेत्रीय ऑफिस से भी जांच कराना पड़ेगा। पिछले 15 दिनों में दो या दो से अधिक बार दर्ज हुई एक जैसी समस्याओं की फिर से समीक्षा करने के निर्देश हैं।
एयर इंडिया के पास इस समय कुल 33 बोइंगड्रीमलाइनर विमान है, जिसमे 26 बोइंग 787-8 और सात विमान 787-9 हैं। इन विमानों की अतिरिक्त जांच डीजीसीए के क्षेत्रीय कार्यालयो की निगरानी में होगी। अहमदाबाद में बीते दिनों एयर इंडिया प्लेन क्रैश में 241 यात्रियों की मौत के बाद बोइंग विमानों की सुरक्षा पर बड़े सवाल उठे हैं। बोइंग के इंजीनियर्स के पुराने बयानों पर भी लोगों का ध्यान गया, जिसमें उन्होंने अलर्ट जारी किए थे। इस बड़ी दुर्घटना के बाद अब नागर विमानन देशालय (डीजीसीए) ने एयर इंडिया को सभी विमानों की जांच के निर्देश दिए हैं।
डीजीसीए ने कहा है कि यह कदम यात्रियों की सुरक्षा और ड्रीमलाइनर विमानों में किसी भी संभावित तकनीकी चूक को पकड़ने के लिए उठाया गया है। अहमदाबाद हादसे के बाद बोइंग विमानों की सुरक्षा और विश्वसनीयता पर बड़े सवाल खड़े हुए हैं। जांच में कई सवालों का जवाब तलाशने की तैयारी है, मसलन, क्या ड्रीमलाइन 787 विमानों में कोई पैटर्न आधारित तकनीकी खामी है? क्या भारत में ऐसे विमान पूरी तरह सुरक्षित है? सूत्रों के मुताबिक, जांच रिुपोर्ट के बाद डीजीसीए अगला कदम उठाएगा।
Published on:
14 Jun 2025 05:09 pm