
Atal Bihari Vajpayee's Birth Anniversary: Quotes on pakistan
नई दिल्ली। Atal Bihari Vajpayee's Birth Anniversary. 25 दिसंबर को दुनियाभर में क्रिसमस मनाया जाता है, लेकिन भारत में 25 दिसंबर के मायने अलग हैं। दरअसल, इस दिन भारत के पूर्व प्रधानमंत्री, भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी की जंयती मनाई जाती है। अटल बिहारी वाजपेयी न सिर्फ भारत के प्रधानमंत्री के तौर पर बल्कि एक कवि के रूप में भी काफी लोकप्रिय हैं। उनकी कलम में ऐसी धार थी, जिससे दुश्मनों को भी करारा जवाब मिल जाता था। उन्होंने भारत के पड़ोसी देश पाकिस्तान को उसकी हरकतों के लिए कई बार अपनी कविताओं से ऐसी चेतावनी दी कि पाकिस्तान के होश तो ठिकाने आ ही गए। वहीं लोग आज भी उन कविताओं को खूब चाव से पढ़ते हैं। अटल जी ने पाकिस्तान पर कई दफा ऐसा हमला किया जिसे आज भी लोग याद करते हैं। आज हम अटल जी की कुछ ऐसी ही कविताओं और बयानों की बात करेंगे।
एक नहीं दो नहीं करो बीसों समझौते, पर स्वतंत्रता भारत का मस्तक नहीं झुकेगा।
अगणित बलिदानो से अर्जित यह स्वतंत्रता, अश्रु स्वेद शोणित से सिंचित यह स्वतन्त्रता।
त्याग तेज तपबल से रक्षित यह स्वतंत्रता, दु:खी मनुजता के हित अर्पित यह स्वतन्त्रता।
इसे मिटाने की साजिश करने वालों से कह दो, चिनगारी का खेल बुरा होता है।
औरों के घर आग लगाने का जो सपना, वो अपने ही घर में सदा खरा होता है।
अपने ही हाथों तुम अपनी कब्र ना खोदो, अपने पैरों आप कुल्हाड़ी नहीं चलाओ।
ओ नादान पड़ोसी अपनी आंखे खोलो, आजादी अनमोल ना इसका मोल लगाओ।
पर तुम क्या जानो आजादी क्या होती है? तुम्हे मुफ़्त में मिली न कीमत गयी चुकाई।
अंग्रेजों के बल पर दो टुकडे पाये हैं, मां को खंडित करते तुमको लाज ना आई ?
बता दें कि यह वो दौर था जब पाकिस्तान के अमेरिका से संबंध काफी घनिष्ठ थे और दोनों
के बीच में कई समझौते हुए थे। बावजूद इसके अटल जी ने अमेरिका की परवाह न करते हुए पाकिस्तान को अपनी कलम के माध्यम से आड़े हाथों लिया था। अटल जी ने आगे लिखा..
अमेरिकी शस्त्रों से अपनी आजादी को दुनिया में कायम रख लोगे, यह मत समझो।
दस बीस अरब डालर लेकर आने वाली बरबादी से तुम बच लोगे यह मत समझो।
धमकी, जिहाद के नारों से, हथियारों से कश्मीर कभी हथिया लोगे यह मत समझो।
हमलों से, अत्याचारों से, संहारों से भारत का शीष झुका लोगे यह मत समझो।
जब तक गंगा मे धार, सिंधु मे ज्वार, अग्नि में जलन, सूर्य में तपन शेष,
स्वातंत्र्य समर की वेदी पर अर्पित होंगे अगणित जीवन यौवन अशेष।
अमेरिका क्या संसार भले ही हो विरुद्ध, काश्मीर पर भारत का सर नही झुकेगा
एक नहीं दो नहीं करो बीसों समझौते, पर स्वतंत्र भारत का निश्चय नहीं रुकेगा।
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अटल जी ने दहेज में मांगा था पाकिस्तान
पाकिस्तान के मुद्दे पर अटल बिहारी वाजपेयी हमेशा से ही मुखर रहे। एक साक्षात्कार के दौरान जब महिला पत्रकार ने अटल जी से पूछा कि आप शादी क्यों नहीं कर रहे। इसके जवाब में अटल जी ने दो कहा उसे सुनकर महिला पत्रकार सन्न रह गई। पत्रकार के सवाल पर अटल बिहारी बड़ी बेबाकी से बोले कि मैं आपसे शादी करने के लिए तैयार हूं, लेकिन मेरी कुछ शर्तें हैं। अटल जी ने कहा कि मुझे मुंह दिखाई में कश्मीर चाहिए। इसके साथ ही मुझे दहेज में पूरा पाकिस्तान चाहिए।
Published on:
24 Dec 2021 04:05 pm
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