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रक्षा निर्यात क्षेत्र में बड़ी छलांग, अब तक के सबसे ऊंचे स्तर पर पहुंचा

- दस वर्षों में दस गुना बढ़ोतरी, एक ही साल में तीन हजार करोड़ की वृद्धि

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रक्षा निर्यात क्षेत्र में बड़ी छलांग, अब तक के सबसे ऊंचे स्तर पर पहुंचा

रक्षा निर्यात क्षेत्र में बड़ी छलांग, अब तक के सबसे ऊंचे स्तर पर पहुंचा

नई दिल्ली। आत्मनिर्भर भारत की दिशा में बढ़ाए जा रहे कदमों व रक्षा उत्पादन क्षेत्र में हो रही निरंतर तरक्की की बदौलत देश से रक्षा सामग्री निर्यात अब तक के सबसे ऊंचे स्तर पर पहुंच गया है। पिछले दस वर्षों की तुलना में रक्षा निर्यात शुक्रवार को समाप्त हुए वित्तीय वर्ष के दौरान लगभग दस गुना तक बढ़ गया।अकेले एक साल में लगभग तीन हजार करोड़ की वृद्धि के साथ 31 मार्च तक निर्यात के आंकड़े ने 16 हजार करोड़ रुपए का आंकड़ा छू लिया।

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शनिवार सुबह ट्वीट कर इसे एक अहम उपलब्धि बताते हुए कहा कि देश से सावल 2022-23 में अब तक का सर्वाधिक 15, 920 करोड़ रुपए का रक्षा सामग्री निर्यात हुआ है। इसके करीब आधे घंटे बाद ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसे रीट्वीट करते हुए खुशी जताई और कहा कि यह भारतीयों की प्रतिभा और 'मैक इन इंडिया' के प्रति उत्साह का नतीजा है। इस उपलब्धि दर्शाती है कि पिछले कुछ बरसों के दौरान रक्षा क्षेत्र में हुए सुधार की परिणति है। सरकार भारत को रक्षा उत्पादन हब बनाने के प्रयासों को लगातार समर्थन देती रहेगी।

नीतिगत सुधारों का नतीजाः राजनाथ

रक्षा मंत्री ने कहा कि रक्षा निर्यात को बढ़ावे के लिए सरकार ने पिछले पांच-छह बरसों में कई नीतिगत फैसलों के साथ सुधार लागू किए हैं। निर्यात नियमों का सरलीकरण कर इन्हें उद्योगों के लिए सहज सुलभ बनाया गया है। साथ ही तकनीक हस्तांतरण, रक्षा उपकरणों के निर्यात व बड़े रक्षा उपकरण विदेश भेजने के लिए तीन तरह के ओपन जनरल एक्सपोर्ट लाइसेंस अधिसूचित कर उत्पादन इकाइयों को सुविधा प्रदान की गई।यह लाइसेंस हासिल करने के बाद निर्यातक बार बार अनुमति लेने की बजाय लाइसेंस अवधि तक उल्लेखित सामान सम्बन्धित देश को आसानी से निर्यात कर सकता है। पंजीकृत निर्यातकों को विदेशों से मिलने वाले आदेशों की प्रक्रिया को भी सरल बनाया गया है, वहीं विदेशों में स्थित दूतावासों के जरिए भी निर्यात को बढ़ावा देने के प्रयास किए गए हैं।

अभी 85 देशों को निर्यात

रक्षा मंत्रालय ने कहा कि पिछले कुछ बरसों के दौरान सरकार ने रक्षा उत्पादन को बढ़ावा देने के कई कदम उठाए हैं। अभी भारत से आज 85 देशों को प्रक्षेपास्त्र तकनीक से लेकर लड़ाकू विमान व हेलिकॉप्टर तथा कई अत्याधुनिक रक्षा प्रणालियों का निर्यात किया जा रहा है। रक्षा निर्यात में लगी एक सौ से अधिक कम्पनियों ने दुनिया के सामने रक्षा सामग्री के विकास और उत्पादन में अपनी सामर्थ्य को साबित कर दिखाया है। तेजी से बढ़ता रक्षा निर्यात और एयरो इंडिया शो में 104 देशों की भागीदारी रक्षा उत्पादन क्षेत्र में भारत की बढ़ती ताकत का नतीजा है।

यूं बढ़ा निर्यात का आंकड़ा





































सालनिर्यात (करोड़ रुपए में)
2016-171,521
2017-184,682
2018-1910,745
2019-209,115
2020-218,434
2021-2212,814
2022-2315,920 (31 मार्च 2023 तक)

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