
आम आदमी पार्टी और अरविंद केजरीवाल को दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने लिखा पत्र।
LG Vinai Kumar Saxena Letter: दिल्ली में पूर्व सीएम अरविंद केजरीवाल और आम आदमी पार्टी की ओर से लगातार बोले जा रहे हमले पर मंगलवार को उपराज्यपाल वीके सक्सेना के सब्र का बांध टूट गया। उन्होंने आम आदमी पार्टी के मुखिया अरविंद केजरीवाल के नाम लिखे 15 पन्नों के पत्र में एक-एक करके हर आरोप का जवाब दिया है। इसके साथ ही अरविंद केजरीवाल और आम आदमी पार्टी की कार्यशैली पर प्रश्नचिह्न भी लगाया है। AAP नेताओं के लिए लिखी गई चिट्ठी में दिल्ली के एलजी वीके सक्सेना ने शहर से जुड़े हर मामले का जवाब दिया। उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने अपनी चिट्ठी में आम आदमी पार्टी के मुखिया अरविंद केजरीवाल के लिए लिखा "दिल्ली विधानसभा चुनाव के बाद मुझे लगा था कि आप और आपकी पार्टी हार के कारणों पर मंथन करेगी। इसके अलावा आप अपनी कमियों में सुधार लाएंगे, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। दिल्ली में विधानसभा चुनाव हारने के बाद भी न आपके सहयोगियों में कोई सकारात्मक बदलाव दिखा और न ही आपकी राजनीति में कुछ खास परिवर्तन हुआ। उल्टा आपकी राजनीति नकारात्मकता और तथ्यहीन प्रचार की ओर घूम गई।"
एलजी वीके सक्सेना ने अपने पत्र में अरविंद केजरीवाल पर दिल्ली की भाजपा सरकार को काम नहीं करने देने और हतोत्साहित करने का आरोप लगाया। उन्होंने अपने पत्र में लिखा "पिछले दस महीनों से भाजपा सरकार दिल्ली की सड़कों से आपकी सरकार द्वारा विरासत में दी गई खामियों को सुधारने में जुटी है। इसके बावजूद आप और आपके पार्टी कार्यकर्ता भाजपा सरकार को निरंतर हतोत्साहित करने का काम कर रहे हैं।"
अपने पत्र में एलजी वीके सक्सेना ने अरविंद केजरीवाल तीन साल पहले हुई चर्चा की याद दिलाते हुए कहा कि तीन साल पहले नवंबर-दिसंबर 2022 में जब मैंने आपसे दिल्ली के प्रदूषण की गंभीर स्थिति देखते हुए समाधान के लिए निर्णायक कदम उठाने को कहा था तो आपने मुझसे कहा था "सर, यह हर साल होता है, 15-20 दिन मीडिया इसे उठाती है, एक्टिविस्ट और अदालतें इसे मुद्दा बनाती हैं और बाद में सब भूल जाते हैं। आप भी इसपर ज्यादा ध्यान मत दीजिए।" एलजी ने इसके लिए लिखा कि इससे ज्यादा दोयमता क्या होगी?
दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना यहीं नहीं रुके। उन्होंने अपने पत्र में पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर तीखा हमला करते हुए लिखा "11 साल की अकर्मण्यता के कारण ही आज दिल्ली बुनियादी ढांचे और प्रदूषण की गंभीर समस्या से जूझ रही है। आम आदमी पार्टी की सरकार अगर सड़कों की मरम्मत, फुटपाथ और सेंट्रल वर्ज को ढकने जैसे सरल उपाय समय से कर लेती तो दिल्ली को धूल से होने वाले PM10 और PM2.5 प्रदूषण से निजात मिल सकती थी, लेकिन AAP की सरकार में यह जानबूझकर नहीं किया गया।"
एलजी वीके सक्सेना ने अपने पत्र में ये भी लिखा "अगर अरविंद केजरीवाल राजनीति के लिए बसों पर फोटो लगाने की जिद न करते तो केंद्र सरकार द्वारा वित्त पोषित ई-बसें दिल्ली की सड़कों पर पहले ही दौड़ने लगतीं। इससे भी प्रदूषण से काफी हद तक राहत मिल सकती थी, लेकिन अरविंद केजरीवाल ने न सिर्फ पड़ोसी राज्यों से टकराव कर इस मामले में टाल-मटोल की नीति अपनाई, बल्कि ई-बसों को सड़कों पर उतारने में कोई रुचि ही नहीं दिखाई। यह दिल्ली में प्रदूषण बढ़ने का सबसे बड़ा कारण है।"
पत्र में सक्सेना ने आरोप लगाया कि केजरीवाल ने विपक्ष की भूमिका निभाने के बजाय विद्वेषी राजनीति की और दूसरों के सकारात्मक कार्यों पर निम्नस्तरीय राजनीति व प्रोपेगेंडा किया। उन्होंने जर्जर सड़कें, गंदे सीवर, कूड़े के पहाड़, गाद से भरे नाले और दूषित हवा के लिए पूर्व सरकार को जिम्मेदार ठहराया। एलजी ने यह भी कहा कि मौजूदा सरकार द्वारा पार्कों के विकास, विरासत स्थलों के पुनर्वास, झुग्गीवासियों और मध्यम वर्ग के लिए आवास, अस्पताल और अन्य बुनियादी ढांचे पर काम किया जा रहा है।
वहीं दिल्ली मेट्रो, स्कूल, जल संकट, CAG रिपोर्ट, शराब घोटाला, सीएम आवास पर खर्च और अन्य कथित घोटालों का जिक्र करते हुए उन्होंने पूर्व सीएम पर जिम्मेदारी से बचने का आरोप लगाया। अपने पत्र के अंत में सक्सेना ने कहा कि 11 साल की नाकामी से पैदा हुई समस्याओं को ठीक करने में समय लगेगा, लेकिन मौजूदा सरकार के प्रयासों से बदलाव दिखने लगा है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि दिल्ली के हित में काम करने के कारण उन्हें लगातार अपशब्द कहे गए और निजी संपर्क भी तोड़ दिया गया। पत्र के अंत में उन्होंने एक कहावत का हवाला देते हुए पंजाब की जनता को शुभकामनाएं दीं।
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Updated on:
23 Dec 2025 06:31 pm
Published on:
23 Dec 2025 06:27 pm
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