8 दिसंबर 2025,

सोमवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

Bihar News: गया के सरकारी अस्पताल की बड़ी लापरवाही, चूहों का निवाला बनी डेड बॉडी

गया के एक सरकारी अस्पताल में चूहों ने शव को बुरी तरह से कुतर दिया। जब परिजन अस्पताल में शव लेने पहुंचे, तो शव की बुरी हालत देख कर उन्होंने हंगामा शुरू कर दिया। इसकी शिकायत जब कर्मचारियों से की गई तो उन्होंने इस मामले में कुछ भी बोलने से इंकार कर दिया।

2 min read
Google source verification
Mouse attacks on Dead body, destroyed parts after death of patient in government hospital of Gaya

Mouse attacks on Dead body, destroyed parts after death of patient in government hospital of Gaya

बिहार के सरकारी अस्पताल की एक बार फिर से बड़ी लापरवाही का मामला सामने आया है। यहां के एक अस्पताल में शव को चूहों ने बुरी तरह से कुतर दिया। जब परिजन अस्पताल में शव लेने पहुंचे, तो शव की बुरी हालत देख कर उन्होंने हंगामा शुरू कर दिया। यह मामला गया स्थित मगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल की है जहां एक बुजुर्ग के शव को चूहों ने कुतर दिया। बुजुर्ग की मौत 24 जुलाई को इलाज के दौरान हो गई थी। अगले दिन बुजुर्ग के परिजन शव लेने पहुंचे तो शव की हालत देख कर दंग रह गए।

नवादा जिला के गोविंदपुर थाने के विष्णुपुर गांव के रहने वाले 84 वर्षीय रामजी तिवारी को इलाज के लिए 21 जुलाई को अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल अस्पताल के इमरजेंसी में भर्ती कराया गया था। 24 जुलाई की रात उनकी इलाज के दौरान मृत्यु हो गई थी। बुजुर्ग के मृत्यु होने के वक्त में उनके परिजन अस्पताल में मौजूद नहीं थे। परिजनों जब सूचना दी गई तो उन्होंने अस्पताल के कर्मचारियों से आग्रह किया कि वो शव को सुबह ले जाएंगे।

अस्पताल के कर्मजारियों ने बॉडी को इमरजेंसी के अंदर बनी सीढ़ी के नीचे रख दिया। जब परिजन शव लेकने पहुंचे तो बुजुर्ग के चेहरे के कुछ हिस्सों को चूहे कुतर कर खा गए थे। इसकी शिकायत जब कर्मचारियों से की गई तो उन्होंने इस मामले में कुछ भी बोलने से इंकार कर दिया। शव को देखने के बाद अस्पताल में परिजनों ने हंगामा शुरु कर दिया।

वहीं इस मामल को लेकर मगध मेडिकल अस्पताल के प्रभारी अधीक्षक डॉ एनके पासवान ने कहा कि लापरवाही को देखते हुए इमरजेंसी विभाग के वार्डों के कर्मियों व स्वास्थ्य कर्मियों को सख्त हिदायत दिया गया है कि किसी भी शव को मोर्चरी में ही रखना। किसी भी हालत में दूसरी जगह पर शव न रखा जाए। अगर इस तरह के मामले दुबारा सामने आते हैं तो जांच कर उन पर कार्रवाई की जाएगी।

यह भी पढ़ें: भुवनेश्वर एम्स ने पार्थ चटर्जी को नहीं किया भर्ती , कहा - 'अस्पताल में रहने की जरूरत नहीं'