
Budget 2022: जानिए बजट तैयार करने वाली टीम, उसकी समझ, स्वभाव और जिम्मेदारी को
कोरोना महामारी की चुनौती के बाद दूसरा बजट पेश करने की चुनौती किसी भी सरकार के लिए आसान नहीं हो सकती। इस बेहद कठिन जिम्मेवारी को निभा रही टीम में अधिकांश लोग भारतीय प्रशासनिक सेवा की पृष्ठभूमि के हैं। लेकिन ये सभी आर्थिक मामलों का विशेष अनुभव रखते हैं।
टीवी सोमनाथन, वित्त सचिव
पीएम मोदी के विश्वासपात्र माने जाने वाले सोमनाथन वित्त मंत्रालय के सभी अहम फैसले तो लेते ही हैं व्यय विभाग का काम भी संभालते हैं। स्वभाव से बेहद गंभीर और समय के पाबंद हैं। अगले बजट के लिए किसी भी मद में बड़े खर्च के प्रस्ताव को ले कर संबंधित विभाग और अधिकारी को इनसे मुलाकात से पहले पूरी तैयारी करनी होती है। 1987 बैच के तमिलनाडु कैडर के आइएएस अधिकारी प्रधानमंत्री कार्यालय के साथ ही विश्व बैंक में भी काम कर चुके हैं।
तरुण बजाज, राजस्व सचिव
सामने वाले को गंभीरता से सुनना और कम बोलना इनकी खासियत है। राजनीतिक नेतृत्व के सामने आर्थिक रूप से जरूरी पहलुओं और फैसलों को खुल कर रखने में पीछे नहीं रहते। देश की अर्थव्यवस्था को आगे बढ़ाने में निजी क्षेत्र के सहयोग को गंभीरता से समझने वाले बजाज बजट तैयार करने की प्रक्रिया शुरू होने के पहले से ही उद्योग जगत की जरूरत को समझने और संवाद करने में जुटे रहे हैं। 1988 बैच के हरियाणा कैडर के आइएएस अधिकारी बजाज कोरोना महामारी आने के तुरंत बाद बुरी तरह प्रभावित उद्योग जगत और अर्थव्यवस्था को राहत देने के लिए आत्मनिर्भर पैकेज को तैयार करने में भी अहम भूमिका निभा चुके हैं।
अजय सेठ, सचिव आर्थिक मामलात विभाग
ढांचागत विकास को ले कर सेठ की समझ और विशेषज्ञता बजट की तैयारी में विशेष रूप से उपयोगी हुई है। आर्थिक बारीकियों को समझ कर इससे जुड़े फैसलों को जनता के हित की तराजू पर तौलने का काम ये ही संभाल रहे हैं। वित्त मंत्री के बजट भाषण को तैयार करने की जिम्मेवारी भी इनकी ही है। 1987 बैच के कर्नाटक कैडर के आइएएस अधिकारी कम बोलते हैं लेकिन फाइल पर लिखे इनके हर शब्द बहुत वजनदार होते हैं। केंद्रीय वित्त मंत्रालय से पहले कर्नाटक में भी आर्थिक जरूरतों का ध्यान रख चुके हैं।
देबाशीष पांडा, वित्तीय सेवा सचिव
1987 बैच के यूपी कैडर के आइएएस अधिकारी स्वास्थ्य मंत्रालय में भी काम कर चुके हैं और बजट में सामाजिक योजनाओं को ले कर विशेष रूप से जिम्मेदारी संभाल रहे हैं। केंद्रीय वित्त मंत्रालय में सचिव के पद से पहले अतिरिक्त सचिव और विशेष सचिव के तौर पर भी काम कर चुके हैं। व्यक्तित्व गंभीर है, लेकिन मुलाकातों के दौरान मुस्कुराहट हमेशा कायम रखते हैं।
तुहीन कांत पांडे, सचिव, निवेश विभाग
बजट में संसाधन जुटाने संबंधी हिसाब-किताब का जिम्मा इनका ही है। केंद्र सरकार की विनिवेश की महत्वाकाक्षी योजना का खाका तैयार कर उसे अमल में लाने की जिम्मेवारी इन्हीं को दी गई थी। एयर इंडिया के निजीकरण में 1987 बैच के ओडिशा कैडर के आइएएस अधिकारी ने अहम भूमिका निभाई है।
वी अनंत नागेश्वरण
देश के नए मुख्य आर्थिक सलाहकार के तौर पर गानेश्वरण 31 जनवरी को बजट सर्वे के रूप में बजट से जुड़ा एक महत्वपूर्ण दस्तावेज पेश करेंगे। यह पद इन्होंने भले ही शुक्रवार को संभाला है, अनौपचारिक तौर पर ये बजट प्रक्रिया से पहले से ही जुड़े रहे।
Published on:
29 Jan 2022 08:43 am
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