
CM Rekha Gupta: दिल्ली में एक बार फिर सियासी हलचलें तेज हो गई हैं। इस बार सीएम रेखा गुप्ता का एक बयान सियासी गलियारों में चर्चा का विषय बना है। राजनीतिक जानकारों की मानें तो सीएम के इस बयान से दिल्ली में परिवारवाद को लेकर सियासी चर्चा जोर पकड़ सकती है। हालांकि इसे मजबूत राजनीतिक संकेत भी माना जा रहा है। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना ये भी है कि यह बयान केवल एक सम्मान प्रकट करने का तरीका है। जिससे भाजपा के परंपरागत मतदाताओं को एकजुट किया जा सके। बहरहाल उनके इस बयान से राजनीतिक हलकों में चर्चा तेज हो गई है। इसे दिल्ली भाजपा की आगामी रणनीति से भी जोड़ा जा रहा है।
दरअसल, दिल्ली की सीएम रेखा गुप्ता ने पीडब्ल्यूडी मंत्री प्रवेश वर्मा को अपना भाई कहा है। यह बात उन्होंने शनिवार को पूर्व सीएम डॉ. साहिब सिंह वर्मा की जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि देते समय कही। इस दौरान उन्होंने प्रण भी लिया कि वह और प्रवेश वर्मा मिलकर काम करेंगे। रेखा गुप्ता ने कहा "मुझे बचपन से ही पूर्व मुख्यमंत्री साहिब सिंह वर्मा का आशीर्वाद मिलता रहा है। साहिब सिंह वर्मा ने मेरी आंखों के सामने पार्षद से लेकर मुख्यमंत्री तक का सफर तय किया था। उनकी मेहनत आज भी हर भाजपा कार्यकर्ता की जुबान पर है।"
शनिवार सीएम रेखा गुप्ता ने दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री साहिब सिंह वर्मा के समाधि स्थल पर कहा "मेरा सौभाग्य रहा कि हम (रचना, प्रवेश वर्मा और मैं) एक ही स्कूल में पढ़े। मैंने पार्षद से लेकर मुख्यमंत्री तक का सफर अपनी आंखों से देखा है। मैं भी उन्हीं की तरह बनना चाहती हूं।" रेखा गुप्ता ने आगे कहा कि वह और उनके भाई प्रवेश वर्मा मिलकर जनता के लिए काम करेंगे। उन्होंने परिवार की परंपरा का जिक्र करते हुए कहा कि बेटी मुख्यमंत्री, बेटा मंत्री। यह उल्टा भी हो सकता था, लेकिन घर में भी बड़ी बेटी को चीजें पहले दे दी जाती हैं।
दरअसल, दिल्ली चुनाव 2025 का परिणाम सामने आने के बाद राजनीतिक गलियारों में सीएम पद के लिए सबसे पहला नाम प्रवेश वर्मा का चल रहा था। राजनीतिक विष्लेषकों का भी मानना था कि पिछले समीकरणों को देखते हुए नई दिल्ली से विधायक प्रवेश वर्मा को ही सीएम बनाया जा सकता है। लेकिन भाजपा ने रेखा गुप्ता को सीएम बनाकर सारी चर्चाओं पर विराम लगा दिया। खबरें थीं कि भाजपा की इस चाल से प्रवेश वर्मा ने खासी नाराजगी भी दिखाई थी। हालांकि इन खबरों की पुष्टि नहीं हो सकी। अब सरकार बनने के लगभग तीन सप्ताह बाद सीएम रेखा गुप्ता ने प्रवेश वर्मा को अपना भाई बताया है। ऐसे में माना जा रहा है कि सीएम रेखा गुप्ता ने प्रवेश वर्मा की नाराजगी दूर करने का प्रयास किया है।
शनिवार को पूर्व सीएम साहिब सिंह वर्मा को श्रद्धांजलि देने के बाद सीएम रेखा गुप्ता ने कहा "दिल्ली में आखिरी बार विकास कार्य सही मायने में तब हुए थे। जब साहिब सिंह वर्मा दिल्ली के मुख्यमंत्री थे। साहिब सिंह वर्मा मेरे लिए सिर्फ राजनीतिक आइकन नहीं थे, बल्कि वो मेरे मार्गदर्शक भी थे। बचपन से ही मुझे उनका आशीर्वाद मिलता रहा है। मैंने उनके संघर्ष को देखा है कि कैसे वह जमीन से जुड़े रहकर लोगों की समस्याएं हल करते थे।"
सीएम रेखा गुप्ता ने आगे कहा "दिल्ली सरकार पूर्व सीएम साहिब सिंह वर्मा के अधूरे कामों को पूरा करेगी। इसके साथ ही जनता की भलाई के लिए नए कदम भी उठाएगी। मैं अपने पिता की तरह एक ईमानदार और जमीन से जुड़ी नेता बनना चाहती हूं।" रेखा गुप्ता का यह बयान सामने आने के बाद दिल्ली में सियासी हलचल तेज हो गई है। एक तरफ जहां इसे एक मजबूत राजनीतिक संकेत माना जा रहा है। वहीं दूसरी ओर दिल्ली में परिवारवाद की राजनीति पर भी चर्चा तेज हो गई है। हालांकि राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि यह बयान केवल एक सम्मान प्रकट करने का तरीका है। जिससे भाजपा के परंपरागत मतदाताओं को एकजुट किया जा सके।
Updated on:
15 Mar 2025 10:11 pm
Published on:
15 Mar 2025 04:55 pm
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