
Delhi Budget Session: दिल्ली विधानसभा में सोमवार से बजट सत्र की शुरुआत हो गई। सोमवार को सीएम रेखा गुप्ता ने मंत्री, विधायकों और अन्य लोगों को खीर खिलाकर बजट सत्र की शुरुआत की। इसके बाद विधानसभा में प्रश्नकाल से शुरू हुए सत्र के दौरान बार-बार टोंकाटाकी करने पर भाजपा विधायक ओम प्रकाश शर्मा नेता प्रतिपक्ष आतिशी पर भड़क उठे। हंगामा बढ़ता देख विधानसभा अध्यक्ष विजेंद्र गुप्ता को बीच में आना पड़ा। इसके बाद मामला शांत हुआ। दरअसल, दिल्ली की विश्वास नगर विधानसभा सीट से भाजपा विधायक ओम प्रकाश शर्मा शिक्षा से जुड़ा सवाल पूछ रहे थे। इसी दौरान कई बार आम आदमी पार्टी की विधायक और नेता प्रतिपक्ष आतिशी खड़ी हो गईं। इसपर भाजपा विधायक ओपी शर्मा भड़क गए और उन्होंने आतिशी को नेता विपक्ष बनाने पर सवाल उठाए।
सोमवार को दिल्ली विधानसभा में पूर्व निर्धारित समय सुबह 11 बजे बजट सत्र शुरू हुआ। विधानसभा अध्यक्ष विजेंद्र गुप्ता ने बजट सत्र का शुरुआती एक घंटा प्रश्नकाल के लिए सुरक्षित किया। इस बीच दिल्ली की विश्वास नगर विधानसभा सीट से भाजपा विधायक ओम प्रकाश शर्मा ने पूछा कि साल 1993-1998 के बीच प्रतिभाशाली लोगों के लिए प्रतिभा स्कूल की शुरुआत हुई थी। इस प्रतिभा स्कूल की देश भर में प्रशंसा की गई। भाजपा विधायक की बात अभी खत्म नहीं हुई थी कि आम आदमी पार्टी की कालकाजी विधायक आतिशी उठकर खड़ी हो गईं। इसपर भाजपा विधायक ओपी शर्मा नाराज हो गए। उन्होंने आम आदमी पार्टी पर सवालिया निशान लगाकर आतिशी की ओर इशारा करते हुए कहा “क्या है यार… यही LOP (Leader Of Opposition) बनाया है।”
भाजपा विधायक ओपी शर्मा ने आम आदमी पार्टी की विधायक आतिशी की ओर इशारा करते हुए कहा “ऐसे एलओपी काम नहीं करती बहन जी। आप बोलने दोगे तब न… हर बात पर आप खड़े हो जाते हो।” इसपर अन्य विधायक भी हंगामा करने लगे। हंगामा बढ़ता देख विधानसभा अध्यक्ष विजेंद्र गुप्ता को आगे आना पड़ा। विजेंद्र गुप्ता के हस्तक्षेप के बाद भाजपा विधायक ओपी शर्मा शांत हो गए। इसके बाद ओपी शर्मा ने अपनी बात पूरी की। उन्होंने आरोप लगाते हुए सवाल पूछा “प्रतिभा स्कूल बंद क्यों किए गए, इसके पीछे क्या षड़यंत्र था? प्रतिभा स्कूलों को फिर से जीवित किया जाए।” उन्होंने आगे कहा “दिल्ली बोर्ड बनाकर छात्रों के साथ जो षड़यंत्र हुआ है,उसे भी बंद किया जाए।”
दिल्ली विधानसभा में सोमवार को प्रश्नकाल के बाद दिल्ली परिवहन निगम (DTC) पर कैग रिपोर्ट पेश की गई। भारतीय जनता पार्टी (BJP) सरकार की ओर से पेश की गई 31 मार्च 2022 को खत्म हुए वित्त वर्ष की इस रिपोर्ट में कई कमियां बताई गईं। कैग रिपोर्ट में बताया गया है कि साल 2015 से साल 2023 के बीच दिल्ली में बसों की संख्या तो कम हुई ही है। साथ ही किसी भी रूट पर डीटीसी मुनाफा नहीं कमा पा रही है।
दिल्ली विधानसभा में सोमवार को पेश की गई सीएजी की रिपोर्ट में दावा किया गया है कि आम आदमी पार्टी की सरकार में 8 साल के दौरान करीब 400 डीटीसी बसें कम हुई हैं। दिल्ली में साल 2015-16 में डीटीसी के पास 4344 बसें थीं। जो साल 2022-23 में 3937 रह गईं। वहीं दिल्ली परिवहन निगम साल 2021-22 और साल 2022-23 के दौरान सिर्फ 300 इलेक्ट्रिक बसें ही खरीद पाया। जबकि दिल्ली सरकार के पास फंड मौजूद था। इससे पहले भाजपा सरकार दिल्ली विधानसभा में शराब और मोहल्ला क्लीनिक पर कैग रिपोर्ट पेश कर चुकी है।
दिल्ली विधानसभा में पेश की गई CAG रिपोर्ट में बताया गया है कि साल 2015-22 के दौरान दिल्ली में ओवरएज बसों की संख्या 0.13 प्रतिशत यानी 5 बसों से बढ़कर 17.44 प्रतिशत यानी 656 बसें थीं। जो 31 मार्च 2023 तक 44.96 प्रतिशत यानी 1770 हो गईं। CAG रिपोर्ट में ये भी कहा गया है कि यदि नई बसों की खरीद के लिए सरकार गंभीरता से प्रयास नहीं करेगी तो यह आंकड़ा और बढ़ता जाएगा। इसके अलावा CAG रिपोर्ट में ये भी कहा गया है कि डीटीसी किसी भी रूट पर संचालन खर्च नहीं निकाल पा रहा है। साल 2015 से 2022 के बीच डीटीसी को 14198.86 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है।
Updated on:
24 Mar 2025 08:30 pm
Published on:
24 Mar 2025 04:07 pm
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