बता दें कि कांग्रेस नेता संजीव सिंह (sanjeen singh) ने तेजस्वी यादव समेत पार्टी के कई नेताओं पर 2019 लोकसभा चुनाव के दौरान रुपए लेने के बाद भी चुनावी टिकट न देने का आरोप लगाया है। संजीव सिंह ने इस मामले में आरजेडी नेता और राज्यसभा सांसद मीसा भारती (Misa Bharti), बिहार कांग्रेस के अध्यक्ष मदन मोहन झा (Madan Mohan Jha) समेत करीब 6 लोगों पर आरोप लगाया है। कांग्रेस नेता ने पटना के मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी की अदालत (CJM Court, Patna) में 18 अगस्त को इस संबंध में शिकायत की थी। संजीव सिंह ने बताया कि इन लोगों ने चुनावी टिकट देने के नाम पर 5 करोड़ की ठगी की थी।
यह भी पढें: बिहार में वापसी से पहले लालू प्रसाद यादव का ऐलान, कहा- हर जिले का करूंगा दौरा संजीव सिंह ने कहा कि मैंने रुपए दे दिए, इसके बावजूद मुझे चुनावी टिकट नहीं दी गई और वो अपने वादे से मुकर गए थे। सिंह ने कहा कि इस पूरे मामले में लालू यादव (lalu yadav) की बेटी मीसा भारती और कांग्रेस नेता मदन मोहन झा भी शामिल थे। इन लोगों ने मुझे टिकट देने का वादा किया था, लेकिन बाद में मुझे तेजस्वी द्वारा जान से मारवाने की धमकी दी गई थी।
तेजस्वी यादव ने दी सफाई इस मामले में तेजस्वी यादव (tejashwi yadav) ने सफाई देते हुए कहा कि पूरे मामले की निष्पक्ष जांच हो तो सब साफ हो जाएगा। आरोप लगाने वाले से यह भी पूछना जरूरी है कि उसके पास पांच करोड़ रुपये कहां से आए। कानून अपना काम करेगा। संजीव कुमार सिंह के मुकदमे में सीजेएम कोर्ट ने 16 सितंबर को पटना के एसएसपी उपेंद्र शर्मा के माध्यम से कोतवाली थाना को एफआइआर दर्ज करने का आदेश दिया। इसके बाद बुधवार को यह एफआइआर दर्ज कर ली गई है।