
गाजियाबाद में पति की हत्या में पत्नी, प्रेमी समेत पांच गिरफ्तार।
Husband Murder: गाजियाबाद के मसूरी थाना क्षेत्र में हुई आसिफ हत्याकांड का पुलिस ने गुरुवार को सनसनीखेज खुलासा किया है। जांच में सामने आया कि आसिफ की हत्या उसकी पत्नी अर्शी और उसके प्रेमी रिहान ने मिलकर करवाई थी। दोनों के बीच चल रहे अवैध संबंधों में आसिफ बाधा बन रहा था। हत्या को अंजाम देने के लिए रिहान ने अपने साथियों के साथ साजिश रची थी। पुलिस ने पत्नी अर्शी, प्रेमी रिहान समेत कुल पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि तीन अन्य आरोपी अभी भी फरार हैं। हत्या को उस वक्त अंजाम दिया गया, जब आसिफ अपनी दूसरी बीवी से मिलने जा रहा था।
एसीपी मसूरी लिपि नगायच ने बताया कि 7 अक्टूबर की रात मसूरी क्षेत्र के रफीकाबाद रेलवे फाटक के पास डासना निवासी आसिफ की गोलियों से भूनकर हत्या कर दी गई थी। उस वक्त आसिफ अपनी दूसरी पत्नी जूही से मिलने जा रहा था। घटना के बाद मृतक के भाई भूरे उर्फ अनवर ने रिहान, बिलाल, फरमान और दो-तीन अज्ञात लोगों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कराया था। जांच के दौरान पुलिस को पता चला कि हत्या की जड़ में प्रेम संबंधों का विवाद था। गुरुवार को एसीपी ने खुलासा करते हुए बताया कि पुलिस ने अर्शी (पत्नी), रिहान (प्रेमी), बिलाल, जीशान, और उवैश को गिरफ्तार कर लिया है। वहीं, घटना में शामिल गुलफाम, दानिश, और फरमान अभी फरार हैं।
पुलिस के मुताबिक, मुख्य आरोपी रिहान ने करीब 20 दिन पहले अपने साथियों के साथ मिलकर आसिफ को रास्ते से हटाने की योजना बनाई थी। उसने बिलाल को आसिफ की हर गतिविधि पर नजर रखने के लिए तैनात किया। घटना वाले दिन रिहान ने बिलाल को आसिफ के घर के पास निगरानी के लिए भेजा और खुद अपने साथियों के साथ रफीकाबाद रेलवे फाटक के पास घात लगाकर बैठ गया। रात करीब 8:15 बजे जैसे ही आसिफ अपनी स्कूटी से दूसरी पत्नी जूही से मिलने निकला। रिहान और उसके साथियों ने उस पर ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी। गोली लगने से आसिफ की मौके पर ही मौत हो गई।
पुलिस पूछताछ में रिहान ने खुलासा किया कि वह पहले आसिफ के ही मोहल्ले में रहता था। आसिफ पर कई आपराधिक मामले दर्ज हैं और साल 2024 में वह एक मामले में जेल चला गया था। जेल में बंद रहने के दौरान रिहान का आसिफ के घर आना-जाना बढ़ गया। इसी दौरान वह आसिफ की पत्नी अर्शी के करीब आ गया। आसिफ के दूसरी शादी करने के बाद से अर्शी भी परेशानी रहती थी। ऐसे में अर्शी को भावनात्मक सपोर्ट देते-देते दोनों के बीच प्रेम संबंध बन गए। इसके बाद वे साथ रहने की योजना बनाने लगे। जब आसिफ को रिहाई मिली और उसे इस रिश्ते की भनक लगी तो मामला बिगड़ गया।
रिहान ने पुलिस को बताया कि आसिफ ने उसे अर्शी से दूर रहने की हिदायत दी थी, जबकि वह अर्शी से प्यार करता था और आसिफ के डर से उसकी अर्शी से मुलाकातें नहीं हो पा रही थीं। एक दिन वह अर्शी से मिला और आसिफ को रास्ते से हटाने की योजना बनाई। एसीपी लिपि नगायच के अनुसार, पुलिस ने हत्या में इस्तेमाल हथियार और अन्य सबूत बरामद कर लिए हैं। फरार आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए दबिश दी जा रही है। पुलिस का कहना है कि अर्शी अपने प्रेमी रिहान के साथ हसीन जीवन जीने के सपने देख रही थी। इसीलिए उसने रिहान समेत सात लड़कों को इस कांड में शामिल किया, लेकिन अब जेल जाने से उसका रिहान के साथ जीवन जीने का सपना भी धरा का धरा रह जाएगा।
उत्तर प्रदेश और दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में पिछले कुछ महीनों में रिश्तों से जुड़े हत्याकांडों के मामले बढ़े हैं। पुलिस का कहना है कि ऐसे मामलों में अधिकांश अपराध “भावनात्मक आवेग” या “विवाहेतर संबंधों” से प्रेरित होते हैं। गाजियाबाद का यह मामला भी इसी श्रेणी का है, जिसमें निजी संबंधों की खींचतान एक जघन्य अपराध में बदल गई। अधिकारियों ने कहा है कि इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए समाज में संवाद और परिवार स्तर पर जागरूकता बढ़ाना जरूरी है, ताकि विवाद अपराध का रूप न ले सकें।
Updated on:
11 Oct 2025 10:30 am
Published on:
10 Oct 2025 04:25 pm
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