
अगले 48 घंटों में भारी बारिश की संभावना (Photo source- Patrika)
Yamuna Flood: दिल्ली में यमुना नदी लगातार पूरे उफान पर बह रही है। बुधवार सुबह ओखला बैराज से एक लाख 65 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया। मंगलवार के मुकाबले पानी का स्तर एक फीट और बढ़कर 194.50 मीटर एचएफएल (हाई फ्लड लेवल) तक पहुंच गया है। मंझावली में 193.80 मीटर और मोहना में पानी का स्तर खतरनाक स्थिति में पहुंच चुका है। इसके चलते दिल्ली से सटे फरीदाबाद जिले में प्रशासन ने यमुना किनारे बसे 27 गांवों को अति संवेदनशील घोषित कर दिया है। इसके साथ ही दिल्ली-एनसीआर के 40 से ज्यादा गांवों में बाढ़ का पानी घुसने से जलभराव की स्थिति बन गई है।
लगातार बारिश और यमुना का बढ़ता जलस्तर हरियाणा में हालात गंभीर बना रहा है। अगले 48 से 72 घंटे बेहद अहम माने जा रहे हैं। प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे नदी किनारे और निचले इलाकों से दूर रहें और किसी भी आपात स्थिति में तुरंत जिला प्रशासन या राहत टीम से संपर्क करें। हरियाणा पुलिस और प्रशासन के कर्मचारी लगातार मुनादी कर लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने की अपील कर रहे हैं। कई इलाकों से लोगों को निकालकर सुरक्षित जगहों पर पहुंचाया जा रहा है।
पलवल जिले में भी बाढ़ का खतरा बढ़ गया है। यहां यमुना किनारे बसे हसनपुर, अटवा, डूंडसा, बहेरावली, चांदहट, अलीपुर, घाट, बहीन, मंडौली और दुधौला समेत कई गांव प्रभावित हो रहे हैं। खेतों में पानी घुसने से फसलें बर्बाद होने का खतरा है, वहीं कच्चे मकानों और निचले इलाकों में पानी भरने से ग्रामीणों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट किया जा रहा है। हरियाणा के खेल मंत्री गौरव गौतम ने पलवल जिले के छह से अधिक गांवों का दौरा किया। उन्होंने ग्रामीणों से अपील करते हुए कहा “सावधान तो रहें लेकिन घबराएं नहीं।” मंत्री ने कहा कि सरकार पूरी तरह स्थिति पर नजर रखे हुए है और हर संभव मदद उपलब्ध कराई जाएगी। इसके अलावा रोहतक जिले के महम क्षेत्र में भी करीब आधा दर्जन गांव बाढ़ से प्रभावित हो चुके हैं।
हरियाणा सरकार ने 12 जिलों के 1,402 गांवों को प्रभावित घोषित कर किसानों के लिए मुआवजे की घोषणा की है। इसके लिए e-Kshatipurti पोर्टल सक्रिय किया गया है, जिस पर किसान अपनी फसल क्षति की रिपोर्ट दर्ज कर सकते हैं। अधिकारियों का कहना है कि पिछले 15 सालों में यह सातवीं बार है, जब यमुना में एक लाख क्यूसेक से ज्यादा पानी छोड़ा गया है। पानी के लगातार बढ़ते स्तर से ग्रामीणों की चिंता बढ़ गई है। प्रशासन ने बाढ़ नियंत्रण टीमों और राहत कार्यों के लिए मशीनरी को तैयार रखा है। साथ ही लोगों से अपील की जा रही है कि वे सतर्क रहें और किसी भी अफवाह पर ध्यान न दें।
हरियाणा सिंचाई विभाग के अनुसार, हठनी कुंड बैराज से मंगलवार को 3.29 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया था, जो इस सीजन का सबसे ऊंचा स्तर है। शाम तक यह घटकर 1.67 लाख क्यूसेक रह गया। विशेषज्ञों का कहना है कि यह पानी अगले 48 घंटे में दिल्ली और आसपास के इलाकों तक पहुंचेगा। हिसार जिले में बारिश और जलभराव के बीच एक बड़ा हादसा हो गया। 11,000 वोल्ट की हाईटेंशन तार टूटकर बाइक सवारों पर गिर गई, जिससे तीन लोगों की मौत हो गई और एक घायल हुआ। इसके अलावा पानी भरने से कई इलाकों में सड़क हादसों और बिजली के झटकों के मामले भी सामने आए हैं।
मौसम विभाग के लेटेस्ट अपडेट की बात करें तो IMD ने हरियाणा और आसपास के क्षेत्रों के लिए भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। बात अगर दिल्ली-एनसीआर की करें तो मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि 3 सितंबर यानी बुधवार को गरज के साथ बारिश होने की संभावना है। इसके अलावा 4–6 सितंबर तक बादल छाए रहेंगे और दोपहर में हल्की बारिश की संभावना है। बात अगर 7–8 सितंबर की करें तो इस दौरान भारी बारिश हो सकती है। जबकि 9 सितंबर को हल्की बारिश जारी रहने की संभावना है। इस दौरान अधिकतम तापमान 35 डिग्री तक पहुंच सकता है।
Updated on:
03 Sept 2025 03:58 pm
Published on:
03 Sept 2025 03:54 pm
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