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Indo-US War-game: उत्तराखंड की पहाड़ियों में दिखेगा सामरिक कौशल

ndo-US War-game इस बार उत्तराखंड में हो रहा है। दोनों देशों की सेनाएं 'युद्धाभ्यास-2022' के तहत एक दूसरे के सामरिक कौशल से रूबरू होंगी। अमरीकी सैन्यअ अधिकारियों व जवानों की टुकड़ी #IndianArmy की Assam Regiment की टुकड़ी के साथ साझा युद्धाभ्यास कर पर्वतीय क्षेत्र में सामरिक रणनीति पर एक दूसरे अनुभव साझा करेंगी।

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Indo-US War-game: उत्तराखंड की पहाड़ियों में दिखेगा सामरिक कौशल

Indo-US War-game: उत्तराखंड की पहाड़ियों में दिखेगा सामरिक कौशल

नई दिल्ली। भारत और अमरीकी थल सेनाओं की टुकड़ियां उत्तराखंड की पहाड़ियों में युद्धाभ्यास कर पर्वतीय इलाकों में युद्धकौशल व आपदा प्रबंधन के अनुभव साझा करेंगे। युद्धाभ्यास-2022 में शामिल होने के लिए US Army की 11वीं एयरबॉर्न डिवीजन की सेकेंड बिग्रेड के अधिकारियों व जवानों का दल उत्तराखंड पहुंचा हैं। अगले कुछ दिनों में ही शुरू होने वाले युद्धाभ्यास में यह दल Indian Army की Assam Regiment के जवानों के साथ पर्वतीय इलाकों में संयुक्त सैन्य ऑपरेशन का अभ्यास करेगा।

रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता ने बताया कि हर साल होने वाले दोनों देशों के संयुक्त युद्धाभ्यास का यह 18वां संस्करण है। पिछला युद्धाभ्यास अमरीका के अलास्का स्थित ज्वाइंट बेस एलमेन्ड्राफ रिचर्डसन में करीब एक साल पहले हुआ था। संयुक्त राष्ट्र महासंघ (#UnitedNations) के शांति मिशन व आपदा प्रबंधन में संयुक्त कार्रवाई पर केंद्रीत इस युद्धाभ्यास में दोनों सेनाओं की उत्कृष्ट पद्धतियों, युद्ध कौशल व सैन्य अभियानों में अत्याधुनिक तकनीक के इस्तेमाल से होने वाले अनुभव साझा किए जाएंगे। साथ ही किसी भी प्रकार की प्राकृतिक आपदा में त्वरित और समन्वित रूप से राहत कार्य अंजाम देने का भी अभ्यास किया जाएगा।

सीखेंगे पहाड़ी युद्धकौशन के गुर
फील्ड में प्रशिक्षण अभ्यास के अंतर्गत एकीकृत युद्ध समूहों का सत्यापन, फोर्स मल्टीप्लायर्स, निगरानी ग्रिड की स्थापना और कामकाज, ऑपरेशनल लॉजिस्टिक्स का सत्यापन, पर्वतीय युद्ध कौशल, दुर्गम इलाके और प्रतिकूल जलवायु परिस्थितियों से घिरने पर आकस्मिक निकासी और चिकित्सा सहायता उपलब्ध कराने पर खास फोकस रहेगा। युद्धाभ्यास के दौरान युद्धक इंजीनियरिंग, यूएएस/काउंटर यूएएस तकनीकों का नियोजन और सूचना संचालन सहित युद्ध कौशल के व्यापक स्पेक्ट्रम पर भी अनुभवों का आदान-प्रदान होगा। कमांड पोस्ट एक्सरसाइज और विभिन्न सामरिक विषयों पर एक्सपर्ट एकेडमिक डिशक्शन (ईएडी) भी होंगे।