
दिल्ली में साली को मौत के घाट उतारने वाले जीजा ने बताई हत्या की वजह।
Murder in Delhi: पश्चिमी दिल्ली के ख्याला इलाके में अचानक घर में घुसे युवक ने एक महिला की हत्या कर दी। जबकि दूसरी महिला और एक 20 साल की युवती को चाकू मारकर गंभीर रूप से घायल कर दिया। मृतका के परिवार वालों ने मौके पर ही आरोपी को दबोच लिया और पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने महिला के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा और आरोपी को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की। इस दौरान आरोपी ने महिला की हत्या के पीछे की जो वजह बताई, उसे सुनकर पुलिस अधिकारी भी हैरान रह गए। आरोपी की पहचान 49 साल के इस्तेखार अहमद के रूप में हुई है, जो गाजियाबाद में बतौर सुरक्षा गार्ड नौकरी करता है।
बकौल पुलिस, गाजियाबाद में बतौर सुरक्षा गार्ड काम करने वाला 49 साल के इस्तेखार अहमद का उसकी पत्नी से घरेलू विवाद चल रहा था। इसके चलते उसकी पत्नी अपने बेटे के साथ अपनी बहन 39 साल की नुसरत के पश्चिमी दिल्ली के ख्याला स्थित घर में रहने लगी। नुसरत का पति एक मामले में जेल की सजा काट रहा है। ऐसे में नुसरत अपनी 20 साल की बेटी सानिया, 42 साल की बहन अकबरी और उसके बेटे सोनू के भरण पोषण के लिए बतौर बाउंसर जॉब करती थी, लेकिन आरोपी इस्तेखार अहमद को लगता था कि नुसरत उसकी पत्नी को उससे दूर करना चाहती है।
पुलिस के मुताबिक मंगलवार सुबह करीब आठ बजे गाजियाबाद से इस्तेखार अहमद पश्चिमी दिल्ली के ख्याला स्थित नुसरत के घर पहुंचा। यहां उसकी मुलाकात पहले बेटे से हुई। इसके बाद उसने नुसरत को देखते ही उसपर टिफिन से मीट काटने वाला चाकू निकालकर हमला बोल दिया। इस्तेखार अहमद ने नुसरत की कमर, छाती और गर्दन पर ताबड़तोड़ चाकू मारे। इससे वह गंभीर रूप से घायल हो गई। चीख पुकार मचने पर नुसरत की 20 साल की बेटी सानिया बीच-बचाव को दौड़ी तो इस्तेखार ने उसकी अंगुली चाकू से काट दी। इसके बाद उसने अपनी पत्नी अकबरी पर भी हमला बोल दिया।
डीसीपी पश्चिम दराडे शरद भास्कर ने बताया कि आरोपी मृतका का बहनोई है। आरोपी इस्तेखार को शक था कि उसकी पत्नी अकबरी (42) उसे छोड़कर जाने की योजना बना रही है और उसकी साली नुसरत (39) इसमें उसकी मदद कर रही थी। इसी शक के चलते वह मंगलवार सुबह टिफिन में चाकू और मीट कटर लेकर पहुंचा। जैसे ही मौका मिला, उसने नुसरत पर ताबड़तोड़ वार कर दिए। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (बीएनएस) की धारा 103(1) (हत्या) और 109(1) (हत्या का प्रयास) के तहत मामला दर्ज किया है।
नुसरत के भांजे और इस्तेखार अहमद के बेटे सोनू ने बताया, "मंगलवार सुबह मौसी को अंदाजा भी नहीं था कि इस्तेखार हमला करेगा। वह टिफिन लेकर आया था। मौसी ने सोचा होगा कि काम पर जा रहा है। लेकिन टिफिन में मीट कटर और चाकू छिपा रखा था। उसने अचानक मौसी पर हमला बोल दिया। मेरी बहन और मां ने रोकने की कोशिश की तो उन पर भी वार किया। मौसी हमारे परिवार की एकमात्र कमाने वाली थीं। वह बाउंसर का काम करती थीं और इससे पहले नागरिक सुरक्षा स्वयंसेवक भी रह चुकी थीं। मेरे मामाजी पहले से जेल में बंद हैं, ऐसे में पूरे परिवार की जिम्मेदारी उन्हीं पर थी। अब हमें न्याय चाहिए।”
पुलिस ने बताया कि हमला इतना अचानक हुआ कि घर में अफरा-तफरी मच गई। परिवार वालों ने किसी तरह आरोपी को पकड़ लिया और भागने से पहले ही पुलिस के हवाले कर दिया। नुसरत की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि घायल सानिया और अकबरी को नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। फिलहाल पुलिस आरोपी से पूछताछ कर रही है और आगे की जांच जारी है।
Published on:
24 Sept 2025 11:08 am
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