- गजवेल है परम्परागत सीट, कामारेड्डी नया क्षेत्र
नई दिल्ली/हैदराबाद। तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव ने 30 नवंबर को होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए गुरुवार को गजवेल और कामारेड्डी विधानसभा क्षेत्रों से नामांकन पत्र दाखिल किए। केसीआर साल 2014 व 2018 में सिद्दीपेट जिले की गजवेल सीट से जीतकर मुख्यमंत्री बने थे। इस बार इस परम्परागत सीट के अलावा वे कामारेड्डी में भी भाग्य आजमा रहे हैं।
हैदराबाद से हेलीकॉप्टर में गजवेल पहुंच कर भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) के मुखिया व सीएम केसीआर ने प्रमुख रिटर्निंग ऑफिसर के समक्ष नामांकन दाखिल किया। इसके बाद उन्होंने बीआरएस के प्रचार वाहन के ऊपर स्थानीय नेताओं के साथ सवार होकर लोगों का अभिवादन किया।
नामांकन भरने से पहले केसीआर ने गत 4 नवम्बर को सिद्दीपेट जिले के कोनैपल्ली में वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर में पूजा अर्चना कर नामांकन पत्र भगवान के चरणों में रखा। गजवेल में केसीआर के सामने भाजपा ने एटाला राजेंदर को उतारा है। कांग्रेस ने अभी तक वहां अपना उम्मीदवार घोषित नहीं किया है। केसीआर वर्ष 2014 में गजवेल से तेलुगु देशम पार्टी (टीडीपी) के वंतरु प्रताप रेड्डी के सामने 19,391 वोटों से जीते थे। अगले चुनाव में उन्होंने एक बार फिर कांग्रेस टिकट पर लड़े रेड्डी को 58,290 वोटों से हराकर सीट बरकरार रखी।
केसीआर पहली बार दो विधानसभा क्षेत्रों से चुनाव लड़ रहे हैं। गजवेल के बाद उन्होंने गुरुवार को ही कामारेड्डी पहुंच कर नामांकन भरा। नामांकन दाखिल करने के बाद उन्होने जनसभा को संबोधित किया। कामारेड्डी में मुख्यमंत्री केसीआर का मुकाबला कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष रेवंत रेड्डी से है।