कुल 56 प्रस्ताव आए थे
केंद्र सरकार के सूत्रों ने पत्रिका को बताया कि गणतंत्र दिवस परेड 2022 के लिए राज्यों और केंद्रीय मंत्रालयों से कुल 56 प्रस्ताव प्राप्त हुए थे। इनमें से 21 प्रस्तावों को चुना गया। इस प्रकार कुल 35 प्रस्ताव खारिज हुए। सूत्रों ने बताया कि समय की कमी को देखते हुए अधिक संख्या में झांकियों को नहीं चुना जा सकता। निर्धारित समय के हिसाब से ही झांकियों की संख्या चयन होता है। सूत्रों ने कहा कि राज्यों के मुख्यमंत्रियों को सवाल उठाते समय तथ्यों पर ध्यान देना चाहिए।
राज्यों के साथ नहीं हुआ भेदभाव
केंद्र सरकार के सूत्रों ने पत्रिका को बताया कि जिन मानकों के आधार पर बंगाल, केरल और तमिलनाडु की झांकियों को इस वर्ष परेड के लिए नहीं चुना गया, उन्हीं मानकों और प्रक्रिया से गुजरकर पूर्व में संबंधित राज्यों की झांकियों को प्रदर्शन के लिए हरी झंडी मिली थी। मिसाल के तौर पर केरल की झांकी को वर्ष 2018 और वर्ष 2021 में चुना गया था। इसी तरह तमिलनाडु की झांकियों के प्रस्तावों को वर्ष 2016, 2017, 2019, 2020 और 2021 में चुना गया। 2016, 2017, 2019 और 2021 में इसी प्रक्रिया के तहत पश्चिम बंगाल की झांकी परेड के लिए चयनित हुई थी। इस प्रकार वर्तमान सरकार में राज्य की झांकियों के साथ भेदभाव की बात गलत है।
चयन के मानक
1- थीम
2- कान्सेप्ट
3-डिजाइन
4-विजुअल इफेक्ट खारिज हुई झांकियों की थीम बंगाल ने नेताजी सुभाष चंद्र बोस पर झांकी तैयार की थी केरल सरकार ने समाज सुधारक नारायण गुरु पर बनाई थी