अहमदाबाद. देश में एनएसजी कमांडो, एसपीजी कमांडो और ब्लैक कैट कमांडो राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए तैनात हैं लेकिन गुजरात में पर्यावरण सुरक्षा और प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने के लिए ग्रीन कमांडो तैनात हैं। किसानों के इस संगठन में 700 से अधिक सदस्य है, जो प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने के लिए नि:स्वार्थ कार्य कर रहे हैं। यह संगठन न तो किसी सरकारी योजना का हिस्सा है, न ही इसका कोई सदस्यता शुल्क और न वेतन है। इसके सदस्य स्वयं के खर्च पर स्वैच्छिक रूप से कार्य करते हैं। फिलहाल ये लोग अहमदाबाद, गांधीनगर, मेहसाणा और सुरेन्द्रनगर जिलों में कार्य कर रहे हैं। इस अभियान की शुरुआत पांच वर्ष पूर्व अहमदाबाद के सामाजिक कार्यकर्ता विष्णु पटेल ने की थी। उस समय सिर्फ 35 सदस्यों से शुरू हुए इस संगठन से आज कई वैज्ञानिक, किसान, सामाजिक कार्यकर्ता और युवा जुड़े हैं।
प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने का प्रयास
संगठन का मुख्य उद्देश्य प्राकृतिक खेती करने वाले किसानों की मूलभूत समस्याओं का समाधान करना और खेत की मिट्टी को समृद्ध करना है। यह संगठन अब तक 700 खेतों की सॉइल टेस्टिंग करा चुका है।
पर्यावरण के लिए अभिनव प्रयोग
संगठन ने रासायनिक उर्वरकों के प्राकृतिक विकल्पों पर शोधकर जैविक उर्वरक तैयार किया। इसे बाजार में मिलने वाले दामों से एक-तिहाई कीमत पर किसानों को उपलब्ध कराया गया। इसके लिए संगठन की टीम उदयपुर पहुंची और वहां से रॉक फॉस्फेट लाकर प्रयोगशालाओं में परीक्षण किया।
रसायन मुक्त सब्जियों की पहल
संगठन के सदस्य जयदीप पटेल ने कहा कि आजकल सब्जियों में इस्तेमाल किया जाने वाला कीटनाशक मानव स्वास्थ्य के लिए खतरनाक है। इससे बचने के लिए ग्रीन कमांडो ने 40 प्रकार की औषधीय वनस्पतियों का उपयोग कर प्राकृतिक कीटनाशकों का निर्माण किया है। इससे रसायन मुक्त सब्जियां मिल सकेंगी।
गांव का पैसा गांव में रहे
संगठन की सोच यह है कि गांवों को समृद्ध बनाना है तो गांव का पैसा गांव में रहना चाहिए। इसके लिए फसलों को सीधे उपभोक्ताओं तक पहुंचाने के लिए प्रयास जारी है।
Published on:
23 Jun 2025 12:55 am