आदिवासी लोगों और एक सामाजिक सेवा संगठन से शिकायत मिलने पर स्वास्थ्य अधिकारियों ने गांवों का दौरा किया। इस दौरान बीमार लोगों का इलाज किया और शिविर लगाए गए। अधिकारियों ने बताया कि दो लोगों का सत्यमंगलम सरकारी अस्पताल में डायरिया का इलाज चल रहा है और दो अन्य को इसी शिकायत के लिए चामराजनगर सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। स्वास्थ्य अधिकारियों ने बताया दूषित जल के सेवन से जनजातीय लोगों में स्वास्थ्य संबंधी जटिलताएं उत्पन्न हो सकती हैं।
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