भीलवाड़ा। चित्तौड़गढ़-कोटा राजमार्ग पर आरोली के निकट प्रसिद्ध मेनाल झरने में सोमवार को दो युवक बह गए। इनमें से एक को बचा लिया गया। जबकि दूसरे की तलाश में आपदा प्रबंधन की टीम मंगलवार को भी लगी रही।
जानकारी के अनुसार भीलवाड़ा के भवानीनगर निवासी कन्हैयालाल बैरवा (26) अपने दोस्त शास्त्रीनगर निवासी अक्षत धोबी के साथ सोमवार दोपहर मेनाल पिकनिक मनाने पहुंचा। दोनों नहाते हुए जलप्रपात के पास पहुंच गए। वहां से मोबाइल से रील बनाने लगे। इस दौरान असंतुलित होने से दोनों तेज बहाव में बह गए। जलप्रपात से पहले दोनों रैलिंग भी पकड़ी।
बचाव के लिए चिल्लाया, हाथ छूटते ही बहा
बहते हुए दोनों साथियों ने रैलिंगपकड़ ली, लेकिन एक-दूसरे के विपरीत आ गए। कन्हैया का शरीर जलप्रपात की ओर था। वहां कुछ लोगों ने रैलिंग खींचकर बचाने का प्रयास किया। बहाव तेज होने से विपरीत दिशा में मौजूद अक्षत साथी की ओर जाता रहा। बचाव के लिए कन्हैया चिल्लाया भी। रैलिंग खींचने से कन्हैया का हाथ छूट गया। तेज बहाव ने बचाव का मौका नहीं दिया। कन्हैया डेढ़ सौ फीट ऊंचे जलप्रपात से नीचे गिर गया। वहां मौजूद किसी पर्यटक ने मोबाइल से घटना का वीडियो बना लिया, जो बाद में वायरल हुआ। बेगूं उपखंड अधिकारी मनस्वी नरेश, तहसीलदार धर्मेंद्र स्वामी और पुलिस अधिकारी पहुंचे। गोताखोर के सहयोग से तलाश शुरू की। एसडीआरएफ टीम भी बुला ली पर कन्हैया का पता नहीं चला। कन्हैया विवाहित था और मजदूरी करता था।
चेतावनी की अनदेखी, जाप्ता भी नहीं
प्रशासन ने जलप्रपात के आसपास डेंजर मनाते यहां चेतावनी बोर्ड लगा रखे हैं। चट्टानों पर भी झरने के पास नहीं नहाने और मोबाइल का उपयोग नहीं करने की सलाह दे रखी है। उसके बाद भी लोग जलप्रपात के पास पहुंच रहे हैं। जंगलों में झमाझम बरसात के कारण मेनाल में पानी पूरे वेग से बह रहा है। यहां पर्याप्त जाप्ता नहीं लगा था।
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एक्सपर्ट व्यू…..
जिंदगी लम्बी है, पानी में नादानी ना दिखाएं
जिंदगी लम्बी है। पानी में कभी नादानी ना दिखाएं। आग और पानी किसी को बचने का मौका नहीं देते। ऊपरमाल क्षेत्र में भारी बारिश हो रही है। जलप्रपात वेग से बह रहे हैं। प्रकृति का यह सौंदर्य लुभाता है, लेकिन सावधानी के साथ यहां आनंद लेने की जरूरत है। परिजन भी बच्चों को जलप्रपात में नहाने को अकेले नहीं भेजे। नहाते समय रील बनाने के चक्कर में नहीं पड़े। भारी बारिश में जलाशय के पास ना जाए। वहीं पुलिस व प्रशासन भी बचाव के लिए जाप्ता लगाने के साथ हर जलप्रपात पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम करें।
– राजकुमार शर्मा, अधिशासी अभियंता, जल संसाधन विभाग, चित्तौड़गढ़