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लाखों खर्च करके किया सौन्दर्यीकरण, लोगों के लिए अनुपयोगी

छतरपुर. लवकुशनगर नगर को सुदंर बनाने के लिए कई कार्यो पर लाखों रुपए खर्च किए गए। लेकिन निर्माण की गुणवत्ता और रखरखाव में कमी के चलते खर्च की गई राशि और निर्माण अनुपयोगी हो गए हैं।

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अनुपयोग पड़ा फब्बारा

अनुपयोग पड़ा फब्बारा

नगर परिषद ने कराए थे निर्माण कार्य

छतरपुर. लवकुशनगर नगर को सुदंर बनाने के लिए कई कार्यो पर लाखों रुपए खर्च किए गए। लेकिन निर्माण की गुणवत्ता और रखरखाव में कमी के चलते खर्च की गई राशि और निर्माण अनुपयोगी हो गए हैं। नगर के मुख्य मार्गों में दोनो तरफ से लगाई गई स्ट्रीट लाइट अक्सर बंद बनी रहती है, जिससे नगर में आवागमन में काफी ज्यादा अवरोध पैदा हो जाता है। नगर के सर्राफ सागर तालाब के चारो तरफ सुंदरता के उद्देश्य से लाइट, फब्बारा लगाए थे, लेकिन दोनो उपयोग में नहीं आए। नगर के मुख्य मार्गों छतरपुर रोड, महोबा रोड, पुरानी तहसील, पंकज पार्क में लगे सेल्फी प्वाइंट भी खराब पड़े हैं। नगर के पुराना बस स्टैंड के स्वामी विवेकानंद पार्क में एक फब्बारा लगाया गया, जिसके अंदर संगीत भी सुनाई देता था लेकिन कुछ दिन चला और फिर बंद कर दिया गया। लेकिन ये तब जरूर चलाया जाता है जब कोई राजनेता पार्क में आता है और शासन का कार्यक्रम आयोजित किया जाता है। लेकिन आम जनता के लिए लगाया गया फब्बारा बंद रहता है। नगर परिषद की उपेक्षा से स्वच्छ पानी, सडक़, नाली की सफाई जैसी सुविधाएं नहीं मिल पा रही हैं। इसके अलावा अघोषित बिजली कटौती से लोग परेशान हैं। कलेक्टर पार्थ जैसवाल ने भी नगर में पड़े लंबित कार्यों को जल्द से जल्द निपटाने के लिए नगर परिषद को आदेश जारी किए थे लेकिन कुछ नहीं हुआ।