कर्मचारी अपने पैसे से खरीद रहे हैं मोबाइल
बीएसपी गैर कार्यपालक कर्मचारी विभाग व संगठन के कार्य के लिए अपने पैसे से खरीदे मोबाइल सेट, मोबाइल सिम , इंटरनेट पैक, कॉलिंग पैक का उपयोग कर रहे है। इसमें अफसरों व कार्मिको से संपर्क करना, मैसेज देना, बायोमेट्रिक अटेंडेस देना, आरएफआईडी एप, अस्पताल एप, पर्सनल विभाग का एप, नगर सेवा शिकायत पोर्टल, पेंशन पोर्टल, एनपीएस, पे स्लीप पोर्टल का उपयोग है। भिलाई इस्पात संयंत्र में करीब 13,000 कर्मचारी कार्यरत है। कार्र्य स्थल पर संयंत्र की सेवा के लिए वे वर्षों से अपना निजी मोबाइल, इंटरनेट का उपयोग भी कर रहे हैं। 2012 वेज रीविजन समझौते में सभी कार्मिकों को नीड बेस्ड के आधार पर मोबाइल की सुविधा देने का जिक्र किया गया था। नीड बेस्ड शब्द का आधार पर कुछ खास कर्मचारियों जैसे वरिष्ठ अधिकारी के ड्राइवर, ऑफिस स्टॉफ को ही मोबाइल सिम व रिचार्ज की सुविधा दी गई है।
यूनियन का तर्क है कि सभी अधिकारी वर्ग (ई-1 से लेकर ई-9 ग्रेड तक) को बगैर नीड का पता लगाए मोबाइल सेट, सीयुजी मोबाइल सिम, रिचार्ज, इंटरनेट पैक, लैप टॉप, कंप्युटर, प्रिंटर, फ्री वाईफाई की सुविधा दी जा रही है। एक संस्थान में पद और कद देखकर सुविधा में अंतर करना सही नहीं है।
एक सामान पॉलिसी लागू करने की मांग
कंपनी पॉलिसी को सभी कार्मिकों पर एक समान लागू करने के लिए यूनियन मांग कर रही है। सभी गैर कार्यपालक कर्मचारियों को मोबाइल सिम मोबाइल सेट, कॉलिंग, इंटरनेट पैक सहित, फ्री वाईफाई (आवास और कार्यस्थल) की सुविधा उपलब्ध कराई जाए।