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सीएस के आदेश हवा… सुबह 10 बजे तक आधा स्टाफ नहीं पहुंच रहा विश्वविद्यालय

राजर्षि भर्तृहरि मत्स्य विश्वविद्यालय में ’’अंधेर नगरी चौपट राजा’’ जैसा हाल हो रहा है। यहां अधिकारी और कर्मचारी मुख्य सचिव को धत्ता बताकर मनमर्जी के समय विवि पहुंच रहे हैं, जबकि समय सुबह 10 बजे का है। राजस्थान पत्रिका की टीम विश्वविद्यालय पहुंची तो सामने आया कि आधे से ज्यादा स्टाफ सुबह 11 बजे तक […]

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अलवर

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jitendra kumar

Jul 23, 2024

राजर्षि भर्तृहरि मत्स्य विश्वविद्यालय में ’’अंधेर नगरी चौपट राजा’’ जैसा हाल हो रहा है। यहां अधिकारी और कर्मचारी मुख्य सचिव को धत्ता बताकर मनमर्जी के समय विवि पहुंच रहे हैं, जबकि समय सुबह 10 बजे का है। राजस्थान पत्रिका की टीम विश्वविद्यालय पहुंची तो सामने आया कि आधे से ज्यादा स्टाफ सुबह 11 बजे तक दफ्तर पहुंच रहा है। टीम ने विवि का एक-एक कमरा देखा, लेकिन ज्यादातर सुबह 10 बजे तक खाली थे। कैंपस में केवल 2 अधिकारी और 16 कर्मचारी ऐसे थे, जो सुबह 10 बजे अपने कार्यालय में मौजूद थे। खास बात यह है कि यहां हाजिरी के लिए बायोमीट्रिक मशीन लगा रखी है। इसके बावजूद अधिकारियों और कर्मचारियों सही हाजिरी आना इस सिस्टम को सवालों के घेरे में खड़ा कर रही है।

इधर रजिस्ट्रार कैप्टन फैलीराम मीणा ने बताया अधिकारियों और कर्मचारियों की मासिक सैलेरी हाजिरी के हिसाब से बनाई जाएगी। समय पर नहीं आने वालों का वेतन काटा जाएगा। सभी पाबंद किया जाएगा कि निर्धारित समय पर विश्वविद्यालय कैंपस पहुंचे ।

कुलपति दो दिन की छुट्टी पर, रजिस्ट्रार जयपुर मीटिंग में: विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो.शील सिंधु पांडेय दो दिन के अवकाश पर चल रहे हैं और रजिस्ट्रार कैप्टन फैलीराम मीणा जयपुर मीटिंग में गए हुए हैं। ऐसी स्थिति में विश्वविद्यालय में विद्यार्थियों की समस्या सुनने वाला कोई नहीं हैं। विद्यार्थी निराश होकर वापस लौटते नजर आए। बताया जाता है कि कैप्टन फैलीराम मीणा के पास तीन चार्ज हैं। इसमें रजिस्ट्रार, परीक्षा नियंत्रक और वित्त नियंत्रक हैं। इसकी गैरहाजिरी में कई काम बाधित हुए।

विद्यार्थी बोले...

विश्वविद्यालय कैंपस में मार्कशीट लेने के लिए कर्मचारी बार-बार चक्कर लगवा रहे हैं। इस महीने की 9, 10, 19 और 22 जुलाई को मार्कशीट के लिए आया, लेकिन यहां के कार्मिक विद्यार्थियों की समस्याओं का समय पर निदान नहीं करते हैं।

- निखिल, राजगढ़

मार्कशीट और परीक्षा से जुडे़ कार्मिक भी नहीं मिले

विश्वविद्यालय में असिस्टेंट रजिस्ट्रार-2 लखन सिंह यादव को एकेडमिक और सैलरी का काम दिया गया है, लेकिन सोमवार को सुबह 11.30 बजे तक भी नहीं पहुंचे और न ही विश्वविद्यालय के नए भवन हल्दीना में पहुंचे। हालांकि मुख्य अधिकारी होने के नाते इन्हें अलवर के कैंपस में मौजूद रहना था, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। विश्वविद्यालय में आने वाले विद्यार्थी परीक्षा से संबंधित और मार्कशीट से जुड़े मामलों के लिए उनका इंतजार करते नजर आए।

मैं विश्वविद्यायल में चार बार आ चुका है, लेकिन न तो कॉलेज और न विश्वविद्यालय मार्कशीट दे रही है। कॉलेज बोलता है मार्कशीट विश्वविद्यालय देगा और विश्वविद्यालय कोई समाधान नहीं निकलता है।

योगेश कुमार, बीबीरानी

अधिकारियों की साठगांठ से चल रहा खेल

पद अधिकारी का नाम पहुंचने का समय

असिस्टेंट रजिस्ट्रार 1 डॉ. आशुतोष प्रात: 10.10

असिस्टेंट रजिस्ट्रार 2 लखन सिंह 11.30 बजे बाद

जूनियर अकाउंट आफिसर सोनिया महेंदीरत्ता 10.33

असिस्टेंट प्रोग्रामर हेमंत कुमार 10.7

इंफोर्मेटिक असिस्टेंट प्रियंका शर्मा 11.00

इंफोर्मेटिक असिस्टेंट ममता यादव 10.31

क्लर्क ग्रेड-1 सत्यनारायण 10.6

क्लर्क ग्रेड-1 डॉ. रविन्द्र सिंह 9.55

क्लर्क ग्रेड-1 अंतरिक्ष तिवारी 10.8

क्लर्क ग्रेड-1 इमरान 9.30

क्लर्क ग्रेड-2 गीतांजली शर्मा 10.20

सहायक कर्मचारी मोनिका 10.24

सहायक कर्मचारी सतवीर 9.50

सहायक कर्मचारी रेणू 10.16

सहायक कर्मचारी इंदू बाला 10.28