दोपहर में भट्टी की तरह तप रहा दीदी कैफे, महिलाएं खाना तक नहीं बना पा रहीं
कलेक्ट्रेट परिसर में आवेदकों की सहुलियत के लिए दीदी कैफे शुरू किया गया है
दमोह. कलेक्ट्रेट परिसर में आवेदकों की सहुलियत के लिए दीदी कैफे शुरू किया गया है। इसे बेहद आकर्षक बनाया गया है। खासबात यह है कि यहां पर सस्ते दर पर खाना और नाश्ता दिया जाता है, जो बाहर की तुलना में काफी सस्ता व सुलभ है। खाना और नाश्ता बनाने का काम स्वसहायता समूह की महिलाएं करती हैं।
हालांकि भीषण गर्मी के कारण समूह की महिलाएं काम नहीं कर पा रही हैं। टीन शेड भट्टी जैसे तपते हैं। इससे अंदर खाना बनाना मुश्किल हो रहा है। वहीं, गर्मी तेज होने से अंदर बैठना भी लोगों का मुश्किल हो रहा है। दीदी कैफे की देखरेख की जिम्मेदार अजिविका मिशन की है, लेकिन अधिकारी इस ओर ध्यान नहीं दे रहे हैं। समूह की महिलाओं का कहना है कि कूलर या एसी लगने से उनकी आय बढ़ सकती है। अभी लोग काफी कम आ रहे हैं, इससे उन्हें घाटा हो रहा है। बता दें कि इस कैफे में १२५ रुपए में खाने की थाली, ३५ रुपए में पनीर पकोड़े, ५ रुपए में चाय, १० रुपए में कॉफी सहित अन्य खाने की चीजें बेची जा रही हैं।
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