
राजकोट जिले की उपलेटा तहसील व इसके आसपास के इलाके में भारी बारिश के चलते लाठ व भिमोरा गांव जाने के रास्ते पर पुल से गुजरता पानी।
गुजरात में सक्रिय मानसून के चलते सोमवार को भी ज्यादातर इलाकों में बारिश हुई। खासकर सौराष्ट्र इलाके में सबसे अधिक जोर रहा। कुल 251 तहसीलों में से 202 तहसीलों में बरसात दर्ज की गई।देवभूमि द्वारका जिले की कल्याणपुर तहसील में सुबह छह बजे से लेकर शाम छह बजे तक सात इंच (174 मिलीमीटर) बारिश हुई। इसके चलते यहां के नदी -नाले उफान पर हैं। जूनागढ़ जिले में भी भारी बारिश के चलते कई इलाके जलमग्न रहे। सौराष्ट्र के राजकोट समेत कुछ जिलों में भारी बारिश के कारण संभावित आपदा से निपटने के लिए एनडीआरएफ व एसडीआरएफ की टीम भी तैनात की गई हैं। सौराष्ट्र के तीन बांधों के पूरी तरह से भरने के कारण आसपास के लोगों को भी सतर्क किया गया है।
मौसम विभाग के आंकड़ों के मुताबिक देवभूमि द्वारका जिले के साथ-साथ जूनागढ़, राजकोट, गिर सोमनाथ जिले में भी भारी बारिश हुई। जूनागढ़ जिले की माणावदर तहसील में 164 मिलीमीटर, केशोद तहसील में 154, मेंदरडा में 135, जूनागढ़ ग्रामीण एवं तहसील में 130, विसावदर में 117,
राजकोट की धोराजी में 127, देवभूमि द्वारका जिले की खंभालिया में 156 व द्वारका तहसील में 104 मिलीमीटर (चार इंच से अधिक) बरसात हुई। गिर सोमनाथ जिले की कोडीनार में 109 व सूरत की बारडोली तहसील में 105 मिमी बारिश दर्ज की गई।दक्षिण गुजरात व सौराष्ट्र की सात अन्य तहसीलों में तीन इंच से अधिक और चार इंच से कम बारिश दर्ज की गई। 13 तहसीलों में दो इंच से अधिक और तीन इंच से कम तो 43 तहसीलों में एक इंच से अधिक पानी गिरा। अन्य तहसीलों में एक इंच से कम बारिश हुई।
राज्य में सोमवार सुबह छह बजे तक मौसम की औसतन 13.02 फीसदी बारिश हो चुकी है। मानसून के दौरान कुल 883 मिलीमीटर बारिश का औसत है इसकी तुलना में 115 मिलीमीटर बारिश हो चुकी है। अभी भी दो तहसील मानसून की बारिश से वंचित हैं।
राज्य में हो रही अच्छी बारिश के कारण जहां किसानों में खुशी की लहर है वहीं दूसरी ओर खाली पड़े चेकडैम और कई तालाब लबालब हो गए हैं। बांधों में भी जलस्तर बढ़ने लगा है। राज्य के सबसे बड़े सरदार सरोवर नर्मदा बांध क्षमता की तुलना में 51 फीसदी भर गया है। राज्य के अन्य 11 बांध 50 से लेकर 70 फीसदी तक भर गए हैं। सुरेंद्रनगर जिले का चूडा बांध 100 फीसदी भरने के कारण हाईअलर्ट घोषित किया गया है। जबकि धोळीधजा डेम भी 88 फीसदी तक भर गया।
भारी बारिश के कारण नदी नालों में उफान के चलते राजकोट जिले के आजी-2 डैम पूरी तरह लबालब हो गया। इसके चलते एक दरवाजा खोलना पड़ा। इस कारण आसपास के गांवों के लोगों को सतर्कता बरतने के लिए भी कहा गया है. जूनागढ़ जिले में माणावदर के निकट बांटवा खारा डैम के पूरी तरह से भरने पर छह दरवाजे खोले गए हैं। माणावदर के चार तथा कुतियाणा के चार गांवों को अलर्ट किया गया है।.....
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इसमें जोड़ने के लिए आ रही है.. 4-5 लाइन में खबर.. रेड अलर्ट जारी----फोटो- 1 कैप्शन...(जूनागढ़ के विलिंगडन बांध का कोई एक फोटो)
फोटो-2- राजकोट जिले की उपलेटा तहसील व इसके आसपास के इलाके में भारी बारिश के चलते लाठ व भिमोरा गांव जाने के रास्ते पर पुल से गुजरता पानी। इससे कई गांव तहसील मुख्यालय से संपर्क विहीन हो गए। इस पुल पर कुछ परीक्षार्थी फंस गए। इन्हें प्रशासन ने बचाया।
Updated on:
01 Jul 2024 10:29 pm
Published on:
01 Jul 2024 10:28 pm
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