
हर साल की तरह इस बार भी चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि पर हनुमान जयंती का त्योहार बड़ी धूमधाम से मनाया जा रहा है। इसी बीच मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा से पिछले दिनों अलग होकर बने नए जिले पांढुर्णा के प्रसिद्ध चमत्कारी भव्य जाम सावली मंदिर में आज धूमधाम से हनुमान जन्मोत्सव मनाया जा रहा है। इस मौके पर यहां आज सुबह से ही लाखों की संख्या में भक्त दर्शन करने आ रहे हैं।
भगवान राम के परम भक्त पवन पुत्र हनुमान की यहां ऐसी दिव्य और अद्भुत, अद्वितीय प्रतिमा है जो देशभर में खासा प्रसिद्धि रखती है। खास बात ये है कि यहां विराजित पवन पुत्र हनुमान की नाभि से हर समय जल निकलता रहता है। विशाल और कई वर्षो पुराना पीपल के पेड़ के नीचे मुद्रा में लेटे हुए हनुमान विराजमान हैं। वैसे तो इस मंदिर की लीलाएं अपरंपार हैं, लेकिन यहां की सबसे विशेष मान्यता ये है कि यहां भूत, पिशाच सभी बुरी बला भगवान के दर्शन और उनके नाभि से निरंतर निकलते जल ग्रहण करते ही दूर हो जाते हैं।
जिले के सौंसर में स्थित जाम सवारी मंदिर को देशभर में किसी पहचान की जरूरत नहीं है। ये स्थान देशभर में खासा प्रसिद्ध है। ये मंदिर देश के प्राचीन स्थानों में से एक है। यही कारण है कि विशेषकर हनुमान जन्मोत्सव के अवसर पर यहां लाखों की संख्या में भक्त दूर-दूर से दर्शन करने आते हैं।
प्रसिद्ध जाम सावली हनुमान मंदिर को आगे और भव्य रूप देने की तैयारी की जा रही है। इसी के चलते यहां करोड़ों की लागत से भव्य हनुमान लोक बनाया जा रहा है। पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान ने इसकी आधारशिला रखी थी। डिजाइन के अनुरूप हनुमान लोक का निर्माण मराठवाड़ा शैली में किया जा रहा है।
करोड़ों की लागत से बनने जा रहे हनुमान लोक में बजरंगबली की बाल्यावस्था से लेकर प्रभु श्रीराम के साथ लंका विजय की प्रमुख लीलाओं का वर्णन किया जाएगा। महाकाल लोक की तरह यहां भी विभिन्न प्रतिमाएं स्थापित की जाएंगी, जिसकी मैपिंग जोर शोर से यहां चल रही है।
जाम सांवली मंदिर को लेकर कई मान्यताएं हैं। इनमें से एक ये कि भगवान हनुमान की नाभि से निकलने वाला जल स्पर्श करने या ग्रहण करने और दर्शन करने से बुरी से बुरी शक्तियों का नाश हो जाता है।
हनुमान जयंती के पावन अवसर पर बड़ी संख्या में मंदिर प्रांगण में फूलों से सजावट की जाती है, रंग-बिरंगे फूल और लाइटिंग से मंदिर और अद्भुत और आकर्षक दिखाई देता है। वहीं, हनुमान जन्मोत्सव के मौके पर गदा यात्रा लेकर श्रद्धालु मंदिर में पहुंच रहे हैं।
Updated on:
23 Apr 2024 05:12 pm
Published on:
23 Apr 2024 05:11 pm
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