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बागेश्वर धाम के महंत धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री का भीलवाड़ा में हिंदू एकता का आह्वान

बागेश्वर धाम के महंत धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री ने देश में हिंदू एकता का आह्वान किया। शास्त्री शनिवार को भीलवाड़ा के तेरापंथ नगर में हनुमंत कथा कर रहे थे।

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भीलवाड़ा। बागेश्वर धाम के महंत धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री ने देश में हिंदू एकता का आह्वान किया। शास्त्री शनिवार को भीलवाड़ा के तेरापंथ नगर में हनुमंत कथा कर रहे थे।

शास्त्री ने कहा कि नाम जाप की महिमा पर चर्चा करते हुए कहा कि भगवान का नाम जपने से मंगल होगा ओर अमंगल मिट जाएगा। भगवान का नाम जपने से विकार मिट जाते ओर विचार शुद्ध हो जाते है। इस दौरान अन्य विचार परेशान नहीं करेंगे ओर मन एकाग्र रहेगा। नाम जपने वालों का बौद्धिक स्तर भी उंचा होगा ओर भगवान का स्मरण करने से बुद्धि तेज होगी।

उन्होंने कहा कि कलयुग में भगवान का नाम ही सार है बाकी सब बेकार है। नाम जाप करने से वाणी सिद्ध होती है ओर जो भी मुंह से बोले वह सत्य हो जाता है। कोई नाम बड़े भाव के साथ जपा जाए तो आम शब्द भी मंत्र बन जाता है। हमे प्रण लेना है कि जितना भी समय हो सके भगवान के नाम का जाप करना है। जब जुबान ही नहीं दिल भी जाप करने लग जाए तो फल प्राप्त होता है।

चौथे दिन कथा के शुरू में बाड़मेर से आई 11 वर्षीय बालिका गंगा शर्मा ने सत्यम शिवम सुन्दरम गीत पर भरतनाट्यम नृत्य की मनमोहक भावपूर्ण प्रस्तुति दी तो पांडाल करतल ध्वनि से गूंजायमान हो उठा। नृत्य की समाप्ति पर बागेश्वरधाम सरकार ने उसे आशीर्वाद प्रदान किया।

उसके साथ पिता बाड़मेर के पुलिस उप अधीक्षक रमेश जोशी व माता लक्ष्मी शर्मा भी मंच पर आए। उन्होंने बताया कि बिटिया गंगा दस वर्ष से कम 9 वर्ष की उम्र में भरतनाट्यम की उपाधि प्राप्त करने वाली देश की दूसरी सबसे कम उम्र की बालिका है। बागेश्वरधाम में सामान्य वेशभूषा में बिटिया ने नृत्य की प्रस्तुति दी थी तो बागेश्वरधाम सरकार का आशीर्वाद मिला ओर आज विधिवत नृत्य की वेशभूषा में लाखों भक्तों के सामने नृत्य प्रस्तुति देकर आशीर्वाद पाने का परम सौभाग्य मिला।

कथा के दौरान भक्ति का रंग छाया रहा। बागेश्वरधाम सरकार के भजनों पर श्रद्धालु भक्तगण दोनों हाथ उठा झूमते रहे ओर जयकारे गूंजते रहे। उन्होंने भजन कर मस्त जवानी में बुढ़ापा किसने देखा है जैसे भजन पेश किए तो हजारों भक्तगण अपनी जगह खड़े होकर प्रभु भक्ति से ओतप्रोत हो झूमने लगे।

श्री हनुमन्त कथा के दौरान जब भी बागेश्वरधाम सरकार ने सनातन एकता, हिन्दु एकता व जागृति की बात की तो पांडाल में जयश्री राम, हर हर महादेव ओर जय बालाजी महाराज के जयकारे गूंजायमान होते रहे। जय सांवलिया सेठ की, जय श्रीनाथजी के जयकारे भी गूंजे।

बालाजी महाराज की भक्ति भावना से ओतप्रोत भक्तगण विशाल पांडाल में बैठने की जगह मिलना मुश्किल होने के बावजूद भी भक्ति के रंग में रंगे रहकर जहां जगह मिले वहीं बैठ कथा श्रवण करते रहे। धूप की परवाह किए बिना कई भक्त पांडाल में पैर रखने की जगह नहीं होने पर बाहर ही बैठ गए ओर भक्ति में रम गए। कथास्थल व प्रमुख मार्गो पर पेयजल आदि सुविधाओं का भी प्रबंध किया गया था। हनुमान टेकरी आश्रम परिसर में महंत बनवारीशरणकाठियाबाबा के सानिध्य में लगे भण्डारे में भी भीलवाड़ा के आसपास व दूरदराज के क्षेत्रों से आए हजारों श्रद्धालु भक्तगण प्रसाद प्राप्त कर रहे है।