
मकर संक्रांति फल
Makar Sankranti Effect: इस साल सूर्य गोचर जनवरी 2023 मकर राशि में 14 जनवरी रात हो रहा है, जबकि उदयातिथि में मकर संक्रांति 2023 अगले दिन 15 जनवरी को मनाई जाएगी। हर साल की मकर संक्रांति अलग विशेष ग्रह नक्षत्रों, आयुध और वाहनों से युक्त होती है। इसलिए मकर संक्रांति का फल भी अलग-अलग होता है। इस बार संक्रांति का वाहन व्याघ्र और उपवाहन अश्व है। आयुध गदा है। इस मकर संक्रांति का वारमुख पश्चिम, करण मुख दक्षिण और दृष्टि ईशान है। वस्त्र पीला, आभूषण कंगन, कंचुकी हरि, स्थिति बैठी हुई और वर्ण भूत है।
वहीं एक अन्य मान्यता के अनुसार मकर संक्रांति का वाहन वाराह, जबकि उपवाहन वृषभ है। इसके अनुसार संक्रांति का आगमन हरित वस्त्र, हरित कंचुकी, मुक्ताभूषण, बकुल वस्त्र धारण किए वृद्धावस्था में चंदन लेपन कर खड्ग लिए ताम्रपत्र पर भिक्षान्न भक्षण करते पश्चिमाभिमुख उत्तर दिशा की ओर गमन करते हुए है।
इन मान्यताओं के अनुसार मकर संक्रांति का फल
वैसे तो इस साल मकर संक्रांति 2023 शुभकारी मानी जा रही है, लेकिन कुछ स्थितियां चिंतित करने वाली भी हैं। ऐसी स्थिति में इससे निपटने की कारगर योजना बनाए रखने में ही भलाई है। ज्योतिष के अनुसार इस मकर संक्रांति का आप पर यह असर होगा।
1. दुनियाभर में दो राष्ट्रों के बीच संघर्ष बढ़ेगा।
2. कुछ क्षेत्रों में सूखे की नौबत होगी।
3. ठंड बढ़ेगी और संक्रमण भी बढ़ेगा।
4. सरकार और सरकारी कर्मचारियों के प्रति लोगों का गुस्सा बढ़ेगा जो शुभ संकेत नहीं है।
5. महंगाई पर नियंत्रण होगा, लेकिन लोग भयभीत और चिंतित रहेंगे।
ये हैं मकर संक्रांति के शुभ मुहूर्त
मकर संक्रांति का पुण्यकालः 15 जनवरी को मकर संक्रांति का पुण्यकाल सुबह 6.58 बजे से शाम 5.38 बजे तक
महापुण्यकालः 15 जनवरी सुबह 6.58 बजे से सुबह 8.45 बजे तक
अभिजीत मुहूर्तः मकर संक्रांति 15 जनवरी को सुबह 11.46 AM से 12.29 PM
अमृतकाल मुहूर्तः मकर संक्रांति 15 जनवरी को दोपहर 12.32 से 2.12 बजे तक
विजय मुहूर्तः मकर संक्रांति 15 जनवरी को दोपहर 1.55 बजे से 2.38 बजे तक
Updated on:
15 Jan 2023 12:54 pm
Published on:
15 Jan 2023 12:53 pm
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