
दीपावली से पहले आने वाले पुष्य नक्षत्र का बहुत ही महत्व माना जाता है। शास्त्रों के अनुसार इस योग में खरीदारी बहुत शुभ फलदायी होती है। इस बार पुष्य नक्षत्र 21 अक्टूबर सोमवार शाम से शुरु होकर 22 अक्टूबर मंगलवार शाम तक रहेगा। पंडित रमाकांत मिश्रा के अनुसार सोमवार के दिन सोम पुष्य नक्षत्र है और मंगलवार के दिन भौम पुष्य नक्षत्र, दोनों की नक्षत्र बहुत शुभ माने जा रहे हैं।
सोम पुष्य नक्षत्र में सोने व चांदी की खरीदारी और निवेश लाभकारी माना जाता है, वहीं यदि आप मंगलवार के दिन जमीन, वाहन, प्लॉट या कृषि भूमि खरीदते हैं तो आपके बहुत लाभ मिलेगा। पुष्य नक्षत्र के दिन खरीदा गया सोना, चांदी या कोई भी वस्तु अक्षय सिद्ध होती है। इस दिन खरीदि चीज़ें स्थायी हो जाती हैं।
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ज्योतिष शास्त्र में 27 नक्षत्रों में 8वां स्थान पुष्य नक्षत्र को प्राप्त है। इस बार अहोई अष्टमी तिथि के साथ पुष्य नक्षत्र की युति होने से इसका महत्व अधिक बढ़ गया है। शास्त्रों के अनुसार बताया गया है की यह नक्षत्र धन तेरस और चैत्र प्रतिप्रदा के समान शुभ माने जाते हैं। दिवाली से पहले पुष्य नक्षत्र पड़ना बहुत ही शुभ होता है इससे बाजारों में खरीदारी अधिक बढ़ जाती है। इसके साथ ही पुष्य नक्षत्र वार के साथ होने से गुरु पुष्य, रवि पुष्य, शनि पुष्य, बुध पुष्य जैसे महायोग बनाता है।
Published on:
19 Oct 2019 11:38 am
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