18 दिसंबर 2025,

गुरुवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

प्यारेलाल 45 डिग्री पारा में कर रहे वृंदावन की पदयात्रा

प्रतिदिन पैदलचल रहे ४० से ४५ किलोमीटर टीकमगढ़. इस भीषण गर्मी में जब लोगों को एसी कूलर राहत देते नहीं दिखाई दे रहे है और लोगों ने घरों से निकलना बंद कर दिया है, उस समय प्यारेलाल भक्ति का हठ योग कर रहे है। वह वृंदावनधाम की यात्रा पर पैदल ही निकल पड़े है। प्यारेलाल […]

2 min read
Google source verification
टीकमगढ़. पैदल तीर्थदर्शन करने के लिए जाता हुआ श्रद्धालु।

टीकमगढ़. पैदल तीर्थदर्शन करने के लिए जाता हुआ श्रद्धालु।

प्रतिदिन पैदलचल रहे ४० से ४५ किलोमीटर

टीकमगढ़. इस भीषण गर्मी में जब लोगों को एसी कूलर राहत देते नहीं दिखाई दे रहे है और लोगों ने घरों से निकलना बंद कर दिया है, उस समय प्यारेलाल भक्ति का हठ योग कर रहे है। वह वृंदावनधाम की यात्रा पर पैदल ही निकल पड़े है। प्यारेलाल इस दूरी को 10 दिन में पूरी कर बांके बिहारी के दर्शन के बाद गोवर्धन की परिक्रमा करेंगे।
बल्देवगढ़ ब्लॉक की ग्राम पंचायत डुम्बार के ग्राम प्रतापपुरा निवासी प्यारेलाल पाल 52 वर्ष एक हाथ में ध्वज तो दूसरे हाथ में एक लाठी लिए गर्मी को चुनौती देते हुए आगे बढ़ रहे है। उनकी पीठ पर जरूरत का सामान बंधा हुआ है और वह भगवान का स्मरण करते हुए ओरछा के मार्ग पर चले जा रहे है। प्यारेलाल से तपती गर्मी में सूनी पड़ी सड़क पर इस प्रकार सफर करने का कारण पूछा तो उन्होंने बताया कि वह बांके बिहारी के दर्शन करने वृंदावन जा रहे है। वहां पर गोवर्धन जी की परिक्रमा करेंगे। इसके पूर्व कल शाम तक वह ओरछा पहुंचेंगे और वहां पर श्रीरामराजा के दर्शन करेंगे। प्यारेलाल ने प्रतापपुरा से बुधवार की सुबह 4 बजे अपनी यात्रा शुरू की थी और वह सीधे सिद्ध क्षेत्र बगाज माता मंदिर पहुंचे थे। यहां पर माता के दर्शन करने के बाद गुरुवार की सुबह कुण्डेश्वर पहुंचे और यहां पर भगवान शंकर को जल अर्पित कर अपनी आगे की यात्रा शुरू की।
प्यारेलाल का कहना है कि वह हर साल में दो से तीन बार इस प्रकार की यात्रा करते है। इसके पूर्व उन्होंने पिछले वर्ष सावन के माह में खाटू श्याम तक पदयात्रा की थी। यह यात्रा उन्होंने 25 दिन में पूरी की थी। प्यारेलाल ने बताया कि वह प्रतिदिन 40 से 45 किलो का सफर तय कर वृंदावन पहुंचेंगे। उनकी इस यात्रा को देखकर लोग उनकी भक्ति के प्रति नतमस्तक होते दिखाई दिए।