लालबाग निवासी मुकेश तिवारी ने बताया कि वह परिवार के साथ भोपाल गए हुए थे। उन्होंने स्लीपर बोगी में ही रिजर्वेशन कराया था। एसथ्री बोगी न होने की वजह से उन्हें जनरल बोगी में सफर करना पड़ा। उनके जैसे कई लोग थे जिन्हें काफी परेशानी हुई। रात में परिवार के साथ पूरा सामान लेकर पहले एसथ्री बोगी खोजते रहे और फिर ऐन वक्त पर पता चला कि पातालकोट एक्सप्रेस में एसथ्री बोगी ही नहीं लगी हुई है। इसके बाद मजबूरी में जनरल बोगी में बैठना पड़ा। गौरतलब है कि फिरोजपुर से छिंदवाड़ा की दूरी लगभग 1490 किमी है। इस दौरान यह ट्रेन छोटे-बड़े कुल 43 स्टेशन पर रूकती है। इस ट्रेन में एसथ्री बोगी न लगे होने की वजह से हर स्टेशन के यात्री परेशान हुए।
मंगलवार को पातालकोट एक्सप्रेस(14624) फिरोजपुर से छिंदवाड़ा लगभग 40 मिनट की देरी से पहुंची और फिर सिवनी के लिए रवाना हुई। इसके पश्चात पातालकोट एक्सप्रेस(14623) छिंदवाड़ा से फिरोजपुर के लिए निर्धारित समय सुबह 9.30 बजे रवाना ह़ुई।
नागपुर रेलवे कंट्रोलर ने रेलवे स्टेशन को सोमवार दोपहर एक बजे ही मैसेज कर पातालकोट एक्सप्रेस में एसथ्री बोगी न लगे होने की सूचना दी थी। इसकी वजह बताया गया कि एसथ्री बोगी को तकनीकी खामी होने की वजह से ट्रेन से अलग कर लिया गया है। हालांकि रेलवे ने यात्रियों को मैसेज कर सूचना नहीं दी। रेलवे से जुड़े जानकारों का कहना है कि फिरोजपुर के बाद दिल्ली के बीच कई ऐसे स्टेशन हैं जहां पर एक स्लीपर बोगी की व्यवस्था हो सकती थी। इसके बावजूद भी रेलवे ने यात्रियों की सुविधा को दरकिनार कर दिया।